राजस्थान के इन स्मारकों में झलकती श्रीकृष्ण की अनमोल लीलाएं, जन्माष्टमी पर जरूर बनाएं दर्शन का प्लान


जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर को छोटी काशी के नाम से जाना जाता है. जयपुर के आराध्य देव गोविंद देवजी, ब्रजनिधि, राधा माधव, गोवर्धन नाथ जी और विजय गोविंद देव आदि मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहता है. वहीं दूसरी ओर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के अधीन आने वाले संग्रहालयों और स्मारकों में पर्यटक भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं के दर्शन करते हैं. 17 वीं शताब्दी में बनी श्रीकृष्ण की पेंटिंग्स अल्बर्ट हॉल संग्रहालय में प्रदर्शित हैं. जिसमें श्रीकृष्ण को गोवर्धन पर्वत के समीप गोपियों के साथ दिखाया गया है.

इस संग्रहालय में ई 100 से अधिक दुर्लभ पेंटिंग्स संग्रहित हैं. जिसमें से करीब 30 पेंटिंग्स को संग्रहालय में पर्यटकों के लिए रखा गया है. इसके अलावा राजकीय संग्रहालय अलवर में भी श्रीकृष्ण पर बनी करीब 17 पेंटिंग्स प्रदर्शित हैं. जो 19वीं शताब्दी की बताई जा रही हैं और यहां संग्रहीत है वेणु गोपाल की पाषाण प्रतिमा हवामहल स्मारक में भगवान श्रीकृष्ण की सालों पुरानी पाषाण प्रतिमाएं हैं.

16वीं से 18वीं शताब्दी के बीच की है प्रतिमाएं
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार स्मारक के स्टोर में वेणु गोपाल सहित श्रीकृष्ण की अन्य पाषाण प्रतिमाएं संग्रहित हैं. जिसमें कृष्ण को खड़े और हाथों में बंशी बजाते हुए दिखाया गया है. ये प्रतिमाएं 16वीं से 18वीं शताब्दी के बीच बताई जा रही है. इसके अतिरिक्त विभाग के अन्य स्मारकों में भी श्रीकृष्ण की पाषाण प्रतिमाएं संग्रहित हैं.

FIRST PUBLISHED : August 25, 2024, 08:57 IST



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