रूसी PM का ईरान दौरा, पुतिन से पेजेशकियन की मुलाकात और हिजबुल्लाह के पास रूसी हथियार, भयानक मोड़ पर इजाराइल-लेबनान जंग


Israel-Hezbollah War: इजरायल-लेबनान जंग ने खतरनाक मोड़ ले लिया है. पिछले महीने के 27 तारीख को इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकाने पर एयर स्ट्राइक कर उसके प्रमुख हसन नसरल्लाह को मौत के घाट उतार दिया था. नसरल्लाह के मौत के बाद से ऐसा लग रहा है कि इजरायल अब हिजबुल्लाह को मिटाने की कसम खा ली है. लगातार हवाई हमले हो रहे हैं- दोनों ओर से. लेबनान खंडहर में तब्दील हो रहा है. पश्चिमी देश लगातार अपने नागरिक वहां से निकाल रहे हैं. मंगलवार से अब तक इजरायल के हमले में करीब 17 लेबनानी नागरिक मारे गए हैं, 10 हिजबुल्लाह के आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है. इस बीच इजरायल के एक खुलासे ने पूरी दुनिया में सनसनी मच गई है. ऐसा लग रहा है ईरान-इजरायल वॉर में रूस की भी इंट्री हो गई है. इजरायल ने दावा किया है कि लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकाने से रुसी मेड हथियार मिले हैं. इजरायल के आरोप को सही भी ठहराया जा सकता है…. कैसे चलिए बताते हैं.

एक साल से चल रहे इजरायल-हमास जंग के बाद से अप्रैल में ईरान ने पहली बार इजरायल पर अटैक किया था. हालांकि, उस हमले का इजरायल पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं था और कोई बड़ा तनाव भी नहीं था, इजरायल हमास और हिजबुल्लाह पर फोकस रखा. लेकिन, 1 अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर 200 के करीब मिसाइल से हमला किया. इजरायल के कई सैन्य ठिकानों को तबाह करने का दावा किया. एफ-16 फाइटर जेट के ठिकाने को भी तबाह करने का दावा किया. सवाल उठता है इस हमले से पहले की कड़ी से. आपको बता दें कि ईरान के हमले से पलहले रूसी प्राधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन ईरान के आधिकारिक दौरे पर पहुंचे थे. उन्होंने न केवल ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से मुलाकात की बल्कि प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद रजा आरिफ से उनका वर्ता हुआ. यानी कि उनके दौरे के एक दिन बाद ही ईरान ने इजरायल पर हमला कर दिया. कड़ी कहीं न कहीं रूस के ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के मदद से जुड़ रही है. अन्यथा, हिजबुल्लाह के पास इजरायल पर हमले के लिए इतने हथियार के जखीरे कहां से पहुंचे?

अभी पिछले हफ्ते शुक्रवार को ईरान के नव निर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन तुर्कमेनिस्तान में एक शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे थे. सम्मेलन तो एक बहाना था. इसे रूसी राष्ट्रपति और ईरानी समकक्ष का द्विपक्षीय वर्ता के रूप देखा जा सकता है. इस सम्मेलन के बाद व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि हम मिलकर एक नए दुनिया का निर्माण करेंगे. आपको मालूम होना चाहिए कि यूक्रेन पर हमले के दौरान ईरान ने रूस को हजारों शाहेद ड्रोन की खेप दिया था. अब मिडिल ईस्ट में ईरान-इजरायल से जंग में उलझा हुआ है, तो दोस्त का आना और हाल लेना तो तय माना जा सकता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ईरान के हवाई हमले के बाद इजरायल बदले की तैयारी में जुटा हुआ है. ऐसे में ईरान हमले पर कैसे रिएक्ट करेगा, इन दोनों नेताओं की मुलाकात से तय हो जाएगी.

तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात में बैठक के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन का बयान दिया है कि अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर मास्को और तेहरान का विचार अक्सर बहुत करीब होती है. तिन ने कहा कि वह पश्चिम का मुकाबला करने के लिए मास्को के सहयोगियों की एक “नई विश्व व्यवस्था” बनाना चाहते हैं. अमेरिका और ब्रिटेन जैसे पश्चिम के देश अब ऐसा भी अनुमान लगाने लगे हैं कि रूस ईरान को परमाणु हथियार भी बनाने में मदद करने लगा है. अब देखना बाकि होगा कि रूसी प्रधानमंत्री के मुलाकात के बाद ईरान पर 200 मिसाइल दागे थे…. अब प्रेसिडेंट से मुलाकात के बाद मिडिल ईस्ट में जंग का कैसा हस्र होता है. क्योंकि, इधर लेबनान में हमले के इजरायल ने दावा किया है कि हिजबुल्लाह के ठिकानों से रुसी हथियार मिले हैं.

Tags: Iran news, Israel, Russia



Source link

x