रोहित शर्मा का छलका दर्द, कहा- कोई मेरी मदद के लिए सामने नहीं आया, मुझे शक होने लगा था क्या मैं…
नई दिल्ली. टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज से लेकर ओपनिंग और फिर कप्तानी का सफर तय करने वाले रोहित शर्मा ने अपने दिल की बात साझा की है. भारतीय टीम के कप्तान ने बताया कि 17 साल के क्रिकेट के सफर में उन्होंने काफी कुछ देखा. बुरे वक्त ने उनको सिखाया कि कैसे बेहतर बनकर उभरना है. रोहित शर्मा ने बताया कि जब उनका समय अच्छा नहीं चल रहा था तो खुद पर शक हो गया था और ऐसे में उनकी मदद करने कोई नहीं आया.
रोहित शर्मा ने दुबई आई 103.8 से बात करते हुए कहा, “मेरे क्रिकेट के सफर की बात करें तो मुझे खेलते हुए अब 17 साल हो चुके हैं. किसी भी खेल में आप खेलते हैं तो इंटरनेशनल टीम तक पहुंचना आसान नहीं होता. खासकर जिस जगह और जिस देश से मैं आता हूं, जहां कि इतने सारे लोग क्रिकेट खेलते हैं. ऐसी जगह से आप उन 15 खिलाड़ियों में अपना नाम देखते हैं तो बहुत ही अलग एहसास होता है. आपको सबसे पहले तो खुद को किस्मत वाला मानते हैं, ये बात सही है कि आपकी मेहनत की भूमिका होती है लेकिन किस्मत का भी बहुत बड़ो रोल रहता है.”
17 साल के सफर में काफी कुछ देखा
“मेरे क्रिकेट की यात्रा में बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव रहे हैं बल्कि यूं कहूं कि उतार ज्यादा देखने को मिले तो सही होगा. जो मैंने अपने बुरे वक्त में देखा उसी ने मुझे वो इंसान बनाया है जो आज मैं हूं. आप जब हद से ज्यादा बुरा वक्त देखते हैं तो उसके बाद एक बिल्कुल अलग इंसान बनकर उभरते हैं. जब मैंने अपना करियर शुरू किया तो कुछ ज्यादा सकारात्मक चीजें नहीं देखने को मिली थी. बल्कि टीम में भी मेरा सकारात्मक प्रभाव नहीं था.”
किसी ने मेरी मदद नहीं की
आगे उन्होंने बताया, “ऐसा भी वक्त था जब मुझे अपने आप पर भी शक होने लगा था. मैं खुद को लेकर ही सवाल करने लगा था कि क्या मैं इस जगह के लिए बना हूं या नहीं. एक ऐसा भी वक्त मेरे लिए था जब कोई भी मदद करने के लिए सामने नहीं आया. तब मुझे यह पता करने का वक्त मिला कि एक इंसान के तौर पर क्या करना चाहता हूं. अपने इस जीवन के क्या चाहता हूं और खेल से क्या चाहता हूं जिसे मैं इतना ज्यादा पसंद करता हूं. अगर अपने क्रिकेट के सफर की बात करूं तो बहुत ही कमाल का रहा.”
FIRST PUBLISHED : May 15, 2024, 18:46 IST