लुफ्थांसा फ्लाइट हाईजैक: पायलट का चश्मा लेकर हाईजैकर ने किया सरेंडर, 32 साल पुरानी घटना का खुलासा


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Airport News: टॉयलेट से बाहर निकलने के बाद इस पैसेंजर को जिसने देखा उसके मुंह से चींख निकल गई. कोई कुछ कर पाता, इससे पहले यह पैसेंजर कॉकपिट में दाखिल हो गया. इस पैसेंजर की धमकियों के आगे पहले जर्मनी ने घुटने टे…और पढ़ें

प्‍लेन में मची चींख-पुकार, तो जर्मनी ने टेके घुटने, US में चश्‍में पर बनी बात

हाइलाइट्स

  • लुफ्थांसा फ्लाइट LH-592 को 1981 में हाईजैक किया गया.
  • हाईजैकर ने पायलट का चश्मा लेकर सरेंडर किया.
  • हाईजैकर नेबियू को 20 साल की सजा मिली.

Airport News: लुफ्थांसा एयर की फ्लाइट को अभी टेकऑफ हुए करीब 35 मिनट का ही समय बीता था. प्‍लेन करीब 45 हजार फीट की ऊंचाई पर ऑस्‍ट्रेलियाई एयर स्‍पेस में उड़ान भर रहा था. इसी बीच, प्‍लेन में मौजूद एक पैसेंजर अपनी सीट से खड़ा हुआ और अपनी हैट उतार दी. इसके बाद जो हुआ, उसे देखकर पूरे प्‍लेन में चींख पुकार मच गई. कुछ मिनटों के अंतराल के बाद प्‍लेन जर्मनी के एयर स्‍पेस में दाखिल हो गया.

प्‍लेन को जर्मनी के लिए एक एयरपोर्ट पर लैंड भी कराया गया, लेकिन वहां की सिक्‍योरिटी एजेंसीज की हिम्‍मत नहीं हुई कि वह एयरक्राफ्ट को रोक सकें. इसके बाद, प्‍लेन ने फिर उड़ान भरी और पहुंच गया अमेरिका के न्‍यूयार्क एयरपोर्ट. न्‍यूयार्क एयरपोर्ट पर कुछ ऐसा हुआ कि एक चश्‍में पर बात बन गई. साथ ही, बीते घंटों में जर्मनी से शुरू होकर अमेरिका तक पहुंची दहशत का बिना किसी नुकसान के खत्‍म हो गई.

दरअसल, यह घटना आज से करीब 32 साल पुरानी है. लुफ्थांसा की फ्लाइट LH-592 करीब 94 पैसेंजर्स और 10 क्रू-मेंबर्स के साथ जर्मनी के फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट से सुबह करीब 10:45 बजे टेकऑफ हुई थी. इस फ्लाइट को इजिप्‍ट (मिश्र) के काहिरा से होते हुए इथियोपिया के आदिस अबाबा एयरपोर्ट पहुंचना था. फ्लाइट को टेकऑफ हुए करीब 35 मिनट का वक्‍त बीता था और प्‍लेन ऑस्‍ट्रेलियाई एयर स्‍पेस में दाखिल हो चुका था.

टॉयलेट से बाहर आए पैसेंजर को देख सभी की निकली चींख
प्‍लेन के सभी पैसेंजर सेटल हो ही रहे थे, तभी हैट पहने हुआ एक पैसेंजर अपनी सीट से उठा और टॉयलेट के भीतर चला गया. टॉयलट से जब यह पैसेंजर अपनी हैट उतार कर बाहर आया, तो उसे जिसने देखा, उसके मुंह से चींख निकल गई. कोई कुछ कर पाता, इससे पहले यह पैसेंजर कॉकपिट में दाखिल हो गया और पायलट की कनपटी पर पिस्‍तौल तान दी. पायलट कुछ बोलता, इससे पहले उसने प्‍लेन न्‍यूयार्क ले चलने का हुक्‍म सुना दिया.

वहीं, प्‍लेन हाईजैक की खबर लगते ही पूरी फ्लाइट में चींख पुकार मच गई. बड़ी मुश्किल से फ्लाइट क्रू ने पैसेंजर को संभाला. कुछ मिनटों की उड़ान के बाद पायलट ने हाईजैकर से कहा कि प्‍लेन का फ्यूल खत्‍म होने को है, उन्‍हे रिफ्यूलिंग के लिए हैनोवर एयरपोर्ट पर लैंड करना होगा. हाईजैकर ने इसके लिए हामी भर दी और प्‍लेन को हैनोवर एयरपोर्ट की तरफ मोड़ दिया गया. इसी बीच, मौका पाकर पायलट ने एटीसी को सब बयां कर दिया.

हैनोवर एयरपोर्ट पर फ्लाइट लैंड होती, इससे पहले पूरे एयर स्‍पेस को कमांडोज ने घेर लिया. लैंडिंग के बाद जैसे ही हाईजैकर की नजर कमांडोज पर पड़ी, उसने एक बार फिर पायलट की कनपटी पर पिस्‍तौल तान दी. उसने धमकी दी कि यदि प्‍लेन को रिफ्यूल कर उड़ने नहीं दिया गया तो वह हर पांच मिनट में एक फ्लाइट क्रू को मार देगा. जर्मनी की सुरक्षा एजेंसियों ने हाईजैकर की धमकी के आगे अपने घुटने टेक दिए और फ्लाइट न्‍यूयार्क के लिए टेकऑफ हो गई.

हाईजैकर ने पायलट का लिया चश्‍मा और फिर…
कई घंटों लंबी उड़ान के बाद प्‍लेन न्‍यूयार्क एयरपोर्ट पर लैंड हो गया. प्‍लेन हाईजैक की खबर मिलने ही न्‍यूयार्क एयरपोर्ट को सिक्‍योरिटी एजेंसीज ने छावनी में तब्‍दील कर दिया. लेकिन, जैसा सबने सोचा था, उससे ठीक उलट हुआ. प्‍लेन लैंड होंने के बाद हाईजैकर ने पायलट से उकसा धूम का चश्‍मा देने के लिए कहा. पायलट के चश्‍मे की तारीफ करते हुए उसने उसे अपने पास रख लिया और बदले में पायलट को अपनी पिस्‍टल सौंप दी.

इसके बाद, किडनैपर बिना किसी को कोई नुकसान पहुंचाए फ्लाइट से बाहर आ गया और सुरक्षा एजेंसियों के सामने सरेंडर कर दिया. पूछताछ में पता चला कि हाईजैकर का नाम नेबियू जेवोल्डे डेमेके है. उसका जन्‍म मिस्र में हुआ था और उसके अर्थशास्‍त्री पिता को इथियोपिया में राजनीतिक बंदी बना कर रखा गया था. पिता की गिरफ्तारी के बाद उसका पूरा परिवार उससे बिछड़ गया था. उसने अपनी मां के साथ मोरक्‍को में शरण ली तो उसके भाई-बहन अमेरिका चले गए.

नेबियू भी अमेरिका में अपने भाई-बहनों के पास रहना चाहता था. इसके लिए उसने कई बार स्‍टूडेंट वीजा के लिए एप्‍लाई किया. लेकिन हर बार उसका वीजा रिजेक्‍ट कर दिय गया. हाईजैक से ठीक छह महीने पहले वह शरण लेने के इरादे से जर्मनी चला गया. करीब छह महीने तक जर्मनी में रहने के बाद नेबियू ने अपनी शरण याचिका वापस ले ली. जिसके बाद, जर्मन सरकार ने उसे फ्लाइट 592 का टिकट खरीदकर दे दिया.

हाईजैकर को मिली बीस साल की कैद और…
किसी को क्‍या पता था कि नेबियू के दिमाग में कुछ बड़ा चल रहा था. नेबयू ने अपनी हैट के भीतर पिस्‍तौल को छिपाया और एयरपोर्ट सिक्‍योरिटी को बड़ी आसानी से क्रॉस कर एयरक्राफ्ट में पहुंच गया. इसके बाद, उसने प्‍लेन को हाईजैक किया और न्‍यूयार्क पहुंचने में कामयाब हो गया. न्‍यूयार्क में नेबियू के खिलाफ प्‍लेन हाईजैकिंग का केस चलाया गया और उसे 20 साल की सजा सुनाई गई.

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