वसीयत में मिली प्रॉपर्टी कैसे इस्तेमाल करते हैं पालतू जानवर, क्या होता है पैसा खर्च करने का तरीका?



<p class="p1" style="text-align: justify;">रतन टाटा ने अपनी वसीयत में अपने जर्मन शेफर्स टीटो के आजीवन देखभाल की व्यवस्था की है. इसके अलावा भी हम सुनते हैं कि लोगों ने अपनी संपत्ति अपने पालतू जानवरों के नाम कर दी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पालतू जानवर इस संपत्ति का उपयोग कैसे करते हैं? क्या वो सच में पैसे खर्च कर सकते हैं? चलिए जानते हैं.</p>
<p class="p2" style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="किसी गांव-शहर या कस्बे के नाम में कैसे जुड़ा सर, गंज, पुर और बाद, क्या होती है इसकी वजह?" href="https://www.abplive.com/gk/how-did-the-words-sar-ganj-pur-and-baad-get-added-to-the-name-of-a-village-city-or-town-2811920" target="_self">किसी गांव-शहर या कस्बे के नाम में कैसे जुड़ा सर, गंज, पुर और बाद, क्या होती है इसकी वजह?</a></strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><strong>पालतू जानवरों को लेकर क्या कहता है कानून?</strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">अधिकांश देशों में पालतू जानवरों को कानूनी व्यक्तित्व नहीं होता<span class="s1"><strong>.</strong> </span>इसका मतलब है कि वो खुद संपत्ति के मालिक नहीं बन सकते और न ही किसी अनुबंध में प्रवेश कर सकते हैं. भारत में भी पालतू जानवरों को कानूनी व्यक्तित्व नहीं मिला है<span class="s1">. </span>इसलिए<span class="s1">, </span>वो सीधे तौर पर किसी संपत्ति के मालिक नहीं बन सकते<span class="s1">. </span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><strong>पालतू जानवर के नाम कैसे लिखी जाती है वसीयत<span class="s1">?</span></strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">अपनी संपत्ति को पालतू जानवर के नाम करने के लिए एक वसीयतनामा बनाना आवश्यक होता है<span class="s1">. </span>इस वसीयतनामा में साफतौर पर लिखा जाता है कि संपत्ति का उपयोग पालतू जानवर की देखभाल के लिए किया जाएगा<span class="s1">. </span>ऐसे में ट्रस्टी एक व्यक्ति या संस्था होती है जिसे ट्रस्ट के तहत संपत्ति का प्रबंधन करने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है<span class="s1">. </span>ट्रस्टी को पालतू जानवर की देखभाल के लिए संपत्ति का उपयोग करना होता है<span class="s1">. </span>रतन टाटा के पालतू कुत्ते टीटू की देखभाल भी उनके लंबे समय से रसोइये रहे राजन शॉ को सौंपी गई है<span class="s1">.</span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">दरअसल<span class="s1">, </span>अधिकांश देशों में पालतू जानवरों के लिए संपत्ति का प्रबंधन एक ट्रस्ट के जरिये किया जाता है<span class="s1">. </span>ट्रस्ट एक कानूनी इकाई है जिसे संपत्ति को धारण करने और प्रबंधित करने के लिए बनाया जाता है<span class="s1">.</span></p>
<p class="p3" style="text-align: justify;"><span class="s1"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="जेल के अंदर से ही क्राइम कर रहा है लॉरेंस बिश्नोई, क्या उसकी सजा भी बढ़ रही है?" href="https://www.abplive.com/gk/lawrence-bishnoi-is-committing-crimes-from-inside-the-jail-is-his-sentence-also-getting-increased-2811280" target="_self">जेल के अंदर से ही क्राइम कर रहा है लॉरेंस बिश्नोई, क्या उसकी सजा भी बढ़ रही है?</a></strong></span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><strong>पालतू</strong> <strong>जानवर</strong> <strong>के</strong> <strong>लिए</strong> <strong>पैसे</strong> <strong>कैसे</strong> <strong>खर्च</strong> <strong>होते</strong> <strong>हैं</strong><span class="s1"><strong>?</strong></span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">अब सवाल ये उठता है कि पालतू जानवर वसीयत के पैसे खर्च कैसे करता है<span class="s1">? </span>तो बता दें कि ट्रस्टी पालतू जानवर के स्वास्थ्य के लिए जरुरी सभी खर्चों का भुगतान करता है जैसे कि दवाएं<span class="s1">, </span>टीके<span class="s1">, </span>और सर्जरी<span class="s1">. </span>इसके अलावा पालतू जानवर के खाने<span class="s1">, </span>रहने और अन्य जरुरी चीजों के लिए भी ट्रस्टी पैसे खर्च करता है<span class="s1">. </span>साथ ही यदि पालतू जानवर की देखभाल करने के लिए किसी व्यक्ति को रखा गया है तो उसे वेतन भी दिया जाता है<span class="s1">.</span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><strong>भारत</strong> <strong>में</strong> <strong>क्या</strong> <strong>है</strong> <strong>स्थिति</strong><span class="s1"><strong>?</strong></span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">भारत में भी कई लोग अपनी संपत्ति अपने पालतू जानवरों के नाम करना चाहते हैं<span class="s1">. </span>हालांकि<span class="s1">, </span>भारतीय कानून में इस बारे में साफ प्रावधान नहीं है<span class="s1">. </span>आप अपनी वसीयत में अपनी संपत्ति अपने पालतू जानवर के लिए किसी ट्रस्ट में डाल सकते हैं<span class="s1">. </span>साथ ही आप किसी एनिमल वेलफेयर ट्रस्ट को अपनी संपत्ति दान कर सकते हैं और उन्हें निर्देश दे सकते हैं कि वो इस पैसे का उपयोग आपके पालतू जानवर की देखभाल के लिए करें<span class="s1">.</span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><span class="s1"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="भारत के पंजाब में हर साल पराली जलाने पर होता है विवाद, इससे कैसे निपटता है पाकिस्तान का पंजाब?" href="https://www.abplive.com/gk/stubble-pollution-controversy-over-burning-of-stubble-in-punjab-india-how-does-punjab-pakistan-deal-with-this-2811986" target="_self">भारत के पंजाब में हर साल पराली जलाने पर होता है विवाद, इससे कैसे निपटता है पाकिस्तान का पंजाब?</a></strong></span></p>



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