शिमला की इस इमारत में हुई थी हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की पहली बैठक, अंग्रेजों ने कराया था निर्माण The-first-meeting-of-Himachal-Pradesh-Cabinet-was-held-in-this-building-of-Shimla


शिमला. हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला अपनी खूबसूरत वादियों के साथ-साथ अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए भी मशहूर है. यहां की हर इमारत और स्थान अपने आप में इतिहास को समेटे हुए है. देश की ग्रीष्मकालीन राजधानी होने के कारण अंग्रेजों ने यहां कई भव्य इमारतों का निर्माण करवाया. इन इमारतों की वास्तुकला और डिजाइन आज के दौर में संभव नहीं हैं. शिमला के चौड़ा मैदान में स्थित एवा लॉज भी इन्हीं ऐतिहासिक इमारतों में से एक है. वर्तमान में एवा लॉज परिसर में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज संस्थान संचालित होता है.

इमारत का इतिहास और महत्वपूर्ण घटनाएं
एवा लॉज एक ऐतिहासिक इमारत है, जो वाइसरॉयस काउंसिल का आधिकारिक आवास हुआ करती थी. यहां से वाइसरीगल लॉज या इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज भी कुछ ही दूरी पर स्थित है. मई 1931 में शिमला दौरे के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उस समय के गृह सचिव एचडब्ल्यू एमर्सन से मिलने के लिए एवा लॉज का दौरा किया था. आज़ादी के बाद, हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के बाद, यह इमारत हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार का आधिकारिक आवास बनी. इसी इमारत में हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की पहली बैठक का आयोजन किया गया था.

2005 में शुरू हुआ यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज
2005 में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने कानून में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज की स्थापना की. यह संस्थान हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला-05 के एवा लॉज परिसर में कार्यरत है. यह संस्थान ISBT शिमला से 3 किमी और जुब्बरहट्टी हवाई अड्डे से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. उच्च न्यायालय और अधीनस्थ न्यायालय से संस्थान की दूरी लगभग 3 से 4 किमी के दायरे में है. इस संस्थान में 12वीं कक्षा के बाद छात्र कानून की पढ़ाई का पांच वर्षीय कोर्स कर सकते हैं. यहां हिमाचल ही नहीं, बल्कि बाहरी राज्यों से भी छात्र पढ़ाई करने के लिए आते हैं.

FIRST PUBLISHED : September 14, 2024, 24:36 IST



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