श्रीराधा जी के पिता का नाम वृषभान, तो माता का क्या है नाम? बहुत कम लोग हैं जानते


निर्मल कुमार राजपूत /मथुरा: ब्रज का कण-कण राधे की भक्ति में रमा हुआ है, जहां राधा रानी का नाम पहले लिया जाता है और उनकी असीम कृपा से भक्त सभी दुखों से मुक्ति पाते हैं. हालांकि, बहुत कम लोग जानते हैं कि राधा रानी की माता का नाम क्या था और वह किसकी स्तुति करती थीं. राधा रानी का प्रकट्य स्थल, उनके माता-पिता और उनकी भक्ति से जुड़ी यह कथा अत्यंत महत्वपूर्ण है.

राधा रानी के पिता का नाम वृषभान सभी जानते हैं, लेकिन उनकी माता का नाम “कृति” था. राधा रानी मंदिर, रावल गांव के सेवायत पुजारी राहुल पंडित के अनुसार, माता कृति प्रतिदिन यमुना नदी में स्नान करने जाती थीं. स्नान के दौरान वे यमुना मां की भक्ति में लीन होकर स्तुति करतीं और एक पुत्री का वरदान मांगती थीं. उनकी इस भक्ति से प्रसन्न होकर यमुना महारानी ने उन्हें आशीर्वाद दिया.

राधा रानी का प्रकट्य स्थल
पुजारी राहुल पंडित ने बताया कि 5252 साल पहले जब यमुना नदी रावल गांव को छूकर बहती थी. माता कृति यमुना में स्नान कर रही थीं और राधा रानी की उपासना कर रही थीं. तभी एक कमल का फूल यमुना से आकर उनसे टकराया. माता कृति ने जब कमल को हाथ में लिया, तो उसकी पंखुड़ियां स्वयं खुल गईं, और बीच में राधा रानी बाल्यावस्था में लेटी हुईं थीं. यह देख माता कृति अत्यंत प्रफुल्लित हो गईं और राधा रानी को अपने घर ले आईं.

आज भी मौजूद है राधा रानी का प्रकट्य स्थल
आज भी राधा रानी का प्रकट्य स्थल यमुना के किनारे स्थित है, जहां श्रद्धालु राधा रानी की महिमा का गुणगान करते हैं. राधा रानी का यह दिव्य प्रकट्य स्थल भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है, जहां हर कोई उनकी असीम कृपा का अनुभव कर सकता है.

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