सपनों को पूरा करने का अनोखा तरीका, पक्का है नहीं जानते होंगे आप, इस धर्म के लोगों का है गहरा विश्वास


विश्वजीत सिंह/मुंबई: हर धर्म की अपनी अलग-अलग मान्यता होती है. इन मान्यताओं से इंसानो को उम्मीद, शक्ति, कुछ करने का हौंसला और कामयाबी का भरोसा मिलता है. भारत जैसे देश में अनेकों धर्म और जाति के लोग रहते हैं और सबकी अपनी-अपनी मान्यता है. ईसाई धर्म की एक ऐसी मान्यता है जिसके बारे में जान कर आप एक बार ज़रूर इसे आज़माना चाहेंगे. ईसाइयों में एक मान्यता है जिसमें ईश्वर को मोम से बनी हुई अलग अलग चीजों की प्रतिमाएं जैसे घर की मूर्ति, हाथ-पैर, कॉलेज, ऑफ़िस आदि चढ़ाने से वो इच्छा सच में पूरी हो जाती है.

भगवान को मोम की प्रतिमाएं चढ़ाने का कारण
हर धर्म की तरह ईसाई धर्म में भी कुछ ऐसी मान्यता है जो बहुत अलग है. मान्यता यह है कि जो चीज हमें चाहिए उसी चीज का मोम का पुतला बनाकर प्रभु को चढ़ाने से वह इच्छा पूरी होती है. उदाहरण के लिए किसी को गाड़ी, घर, उज्जवल भविष्य, अच्छी पत्नी, बच्चा, स्कूल, कॉलेज, धन आदि कुछ भी चाहिए तो उन्हें इन्हीं चीजों का मोम का बना पुतला चढ़ाना होगा. मान्यता है की इससे उनकी इच्छा पूरी हो जाती है.

कई लोग ऐसा भी करते हैं कि पहले भगवान के सामने अपनी इच्छा बताते हैं कि उन्हें गाड़ी, घर, नौकरी आदि जो भी चाहिए. फिर जब उनकी इच्छा पूरी हो जाती है तो उसी चीज का मोम से बना हुआ छोटा सा पुतला चढ़ाते हैं. 

बीमारी और तकलीफ भी होती है ठीक
यह तरीका सिर्फ मनचाही इच्छाओं और सपनों को ही पूरा नहीं करता बल्कि इससे अपने दुःख, दर्द और बीमारियों को भी दूर किया जा सकता है. जैसे की किसी वक्ति का हाथ टूट गया हो तो वह वक्ति हाथ के आकार का बना हुआ मोम का पुतला चढ़ाता है और भगवान से बोलता है कि उसका हाथ ठीक हो जाए.

इसके अलावा कोर्ट केस, तलाक, क़द बढ़ाने, वजन घटाने-बढ़ाने के लिए भी लोग इस प्रथा में विश्वास रखते हैं. इसे ले कर चर्च ज़ाया जाता है और कई चर्च के बाहर ऐसे मोम से बनी हुई चीजों की दुकानें भी रहती हैं. यह 30 रुपए से लेकर 300 रुपए तक के बीच में बिकते हैं.

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