सांप को दूध पिलाना खतरनाक, हो सकती है दम घुटने से मौत

[ad_1]

Last Updated:

Drinking Milk is no less than Poison for Snakes: सांपों को दूध पिलाना गलत है, इससे उनकी मौत हो सकती है. दूध सांपों के फेफड़े और आंत को नुकसान पहुंचाता है. विशेषज्ञों के अनुसार, सांपों के लिए दूध जहर के समान है.

जहर है सांपों के लिए ये चीज, अगर पी लिया तो हो जाती है दम घुटने से मौत

अगर सांप दूध पीता है, तो वो उसके लिए जहर से कम नहीं.

हाइलाइट्स

  • एक्सपर्ट के मुताबिक सांप को दूध पिलाना जानलेवा है
  • दूध से सांप के फेफड़े और आंत को नुकसान होता है
  • विशेषज्ञों के अनुसार, सांप दूध पीने के लिए नहीं बने हैं

Drinking Milk is no less than Poison for Snakes: सांपों की दुनिया जितनी रहस्यमयी है उतना ही कम हम उनके बारे में जानते हैं. सांप असल में मांसाहारी जीव होते हैं. भूख लगने पर सांप मेंढक, चूहे, पक्षी, छिपकली या अपने से छोटे सांप का शिकार कर पेट भरते हैं. वहीं प्‍यास बुझाने के लिए सांप सिर्फ पानी पीते हैं. लेकिन, यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि हमारी रसोई में एक ऐसी चीज मौजूद है, जो दुनिया के सबसे जहरीले सांप के लिए भी जहर के बराबर है. अगर सांप ये चीज पी ले तो उसकी तड़प-तड़पकर दम घुटने से मौत हो जाती है.

लेकिन, हमारे समाज में सांपों को लेकर तमाम भ्रम और मिथक फैले हुए हैं. देश में सांपों से जुड़ी एक ऐसी परंपरा है जो पूरी तरह से गलत है, लेकिन हम अपने अंधविश्वास में उसे निभाते चले आ रहे हैं. भारत में सदियों से सांपों को दूध पिलाने की प्रथा है. नाग पंचमी पर तो सांप को दूध पिलाना बेहद शुभ माना जाता है. उस दिन सपेरे सांपों को लेकर गली-गली, मोहल्ले-मोहल्ले घूमते हैं और उन्हें दूध पिलवाते हैं. श्रद्धालु इस काम के लिए उन्‍हें पैसे और अनाज देते हैं. यह दरअसल जानकारी की कमी का मामला है. इसलिए हमारे देश में सांप को दूध पिलाना पुण्य का काम माना जाता है, जबकि यह उसके लिए जानलेवा है. 

ये भी पढ़ें- क्या सैफ के हाथ से निकल जाएगी 1500 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी, क्या होती है शत्रु संपत्ति, क्या है इसे लेकर कानून

क्या सांप को दूध पिलाना सही?
लेकिन, क्‍या वाकई ऐसा है? एक्सपर्ट के अनुसार सांपों को दूध पिलाना एकदम गलत है. दरअसल, दूध पीने के कारण सांप की मौत हो सकती है. सपेरे नाग पंचमी से पहले सांपों के दांत तोड़ने के साथ ही उनकी जहर की ग्रंथि भी निकाल देते हैं. ऐसे में अगर वे आक्रामक होकर किसी पर हमला भी कर देते हैं तो उसे कोई नुकसान नहीं होता है. लेकिन, दांत तोड़ने पर सांप के मुंह में घाव हो जाता है. वहीं, सपेरे नागपंचमी से पहले सांपों को कई दिन भूखा-प्यासा रखते हैं. ताकि वे भूख के कारण कुछ भी पी लें. कई दिन से भूखे सांप नागपंचमी पर दिए जाने वाले दूध को पानी समझकर पी लेते हैं. ऐसे में दूध पीने की वजह से मुंह में हुआ घाव ज्यादा खराब हो जाता है. वहीं, दूध पीने से सांप के फेफड़े और आंत भी खराब हो जाते हैं. इससे कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो जाती है.

ये भी पढ़ें– Explainer: उत्तराखंड में यूसीसी लागू होने के बाद ये लोग कर सकते हैं एक से ज्यादा शादी, जानें क्यों मिलेगी छूट

क्या कहते हैं एक्सपर्ट
एक सर्प विशेषज्ञ के मुताबिक, सांप ही नहीं किसी भी रेंगने वाले जीव (रेप्टाइल) के लिए दूध नुकसानदायक होता है. उनका कहना है कि रेप्टाइल ना तो खुद दूध का उत्पादन करते हैं और न ही इनमें दूध को पचाने वाले एंजाइम्स बनते हैं. इसलिए दूध सांपों के लिए फायदेमंद नहीं होता है. अमेरिका के पेनसिल्‍वेनिया में लेह यूनिवर्सिटी के डेविड कडल ने 2012 में प्रकाशित एक लेख में कहा कि प्रकृति जीवों में उन्‍हीं अंगों और रसायनों का निर्माण करती है, जिसकी उनको जरूरत होती है. सांप के आमाशय या आंत में दूध को पचाने वाले रसायन बनते ही नहीं है. इसीलिए सांप दूध नहीं पीते हैं.

ये भी पढ़ें- भगवान राम नहीं मार सकते थे मेघनाद को, ऐसी कौन सी शक्ति थी उसके पास, फिर किसने किया वध 

फिर सांप पानी कैसे पीते हैं?
डेविड कडल के मुताबिक, लचीले गाल नहीं होने के कारण सांप के लिए तरल पदार्थों को मुंह में खींचना मुश्किल काम है. हालांकि, उनके निचले जबड़े से जुड़ी त्वचा स्पंज की तरह पानी सोखकर मुंह में डालती है. वहीं, दूध एक कोलाइडल सॉल्यूशन है, जो पानी के मुकाबले काफी गाढ़ा होता है. लेकिन, जब बहुत दिन से भूखा प्‍यासा सांप डिहाइड्रेशन का शिकार हो रहा होता है तो वो दूध को भी पानी समझकर पी जाता है. सांप के मुंह के क्यू क्लिप के बीच एक नली का खुला सिरा होता है. यह ग्लोटिस होता है. नली को ट्रैकिया या विंड पाइप या सांस नली कहते हैं. ग्लोटिस निचले जबड़े में सबसे आगे की ओर खुलता है और जबड़े बंद होने पर खिंचकर बाहर तक पहुंच जाता है.

ये भी पढ़ें- ‘अमेरिका फर्स्ट’ कहने वाले ट्रंप ने शपथ में पहना था किस देश का ब्रांडेड सूट? कितनी है इसकी कीमत

क्यों घुट जाता है सांप का दम
ट्रैकिया सांप के हृदय के पास पहुचकर दो हिस्‍सों में बंट जाती है. दोनों भाग फेफड़ों से जुड़े रहते हैं. बायां फेफड़ा छोटा और अविकसित होता है. वहीं, दाहिना फेफड़ा पूरी तरह से विकसित और लंबा होता है. इसका हृदय की तरफ का हिस्‍सा सांस लेने में भाग लेता है, जबकि पीछे वाला हिस्‍सा गुब्बारे जैसा होता है, जिसमें हवा भरी रहती है, लेकिन उसमें श्वसन नहीं होता है. हवा इसी क्रम में फेफड़ों में आती है और इसके उलटे क्रम में बाहर जाती है. जब सपेरा सांप के मुंह को दूध के बरतन में डालता है तो सांस खींचने के साथ दूध उसके फेफड़ों में भर जाता है. इससे उसे निमोनिया हो जाता है और दम घुटने से उसकी मौत हो जाती है.

ये भी पढ़ें- दुनिया की वो सबसे ठंडी जगह जहां माइनस 50 डिग्री में भी बच्चे जाते हैं स्कूल, पलकों पर जम जाती है बर्फ

भले ही सांप से ज्यादातर लोगों को डर लगता है. क्योंकि सांप दुनिया के सबसे जहरीले जानवरों में से एक है. लेकिन यह भी सच है कि अगर सांप दूध पीता है, तो वो उसके लिए किसी जहर से कम नहीं. इसलिए विशेज्ञषों का कहना कि सांप को दूध पिलाना उनकी हत्या करने जैसा है.

homeknowledge

जहर है सांपों के लिए ये चीज, अगर पी लिया तो हो जाती है दम घुटने से मौत

[ad_2]

Source link

x