अंतरिक्ष में दिखेगा अद्भुत चमत्कार, एक साथ मौजूद होंगे 7 ग्रह; भारत में कब दिखेगा ये नजारा


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तीन से आठ तक ग्रहों की कोई भी संख्या एक संरेखण बनाती है. पांच या छह ग्रहों का एक साथ दिखना एक बड़े संरेखण यानी लार्ज अलाइनमेंट (Large Alignment) के रूप में जाना जाता है, जिसमें पांच-ग्रह संरेखण छह की तुलना में काफी अधिक बार होता है. हालांकि, सात-ग्रह संरेखण सबसे दुर्लभ है.

आरेखों और चित्रों की तरह ग्रह एक कतार में दिखाई नहीं देंगे. ग्रह थ्री-डाइमेंशनल अंतरिक्ष में विभिन्न कक्षाओं में सूर्य की परिक्रमा करते हैं जिससे उनका सीधी रेखा में एकसाथ आना लगभग असंभव हो जाता है. 

स्पेस एजेंसी नासा के अनुसार, “हालांकि यह सच है कि वे (ग्रह) कमोबेश आकाश में एक रेखा के साथ दिखाई देंगे, जोकि ग्रह हमेशा ही करते हैं. इस रेखा को एक्लिप्टिक कहा जाता है और यह सौर मंडल के उस तल का प्रतिनिधित्व करता है जिसमें ग्रह सूर्य परिक्रमा करते हैं.” 

“संयोगवश, यही कारण है कि हम कभी-कभी आकाश में ग्रहों को एक-दूसरे के करीब आते हुए देखते हैं, क्योंकि जब वे ब्रह्मांडीय रेसट्रैक के चारों ओर घूमते हैं तो हम उन्हें एक रेखा के साथ देखते हैं.”




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