अगर आप भी सेना के रुप में करना चाहते हैं देश की सेवा, तो फुलझर एकेडमी से ले सकते हैं ट्रेनिंग
महासमुंद: कर्मभूमि पर जीवन को सार्थक बनाने वाले कई व्यक्तित्व देखे जाते हैं, पर मातृभूमि की सेवा और रक्षा का जज्बा केवल वीरों में होता है. हमारे देश के वीर सैनिक धर्मेंद्र चौधरी इसी जज्बे को चरितार्थ करते हुए रिटायरमेंट के बाद भी देश सेवा में लगे हुए हैं. भारतीय सेना से 17 वर्षों तक देश की सेवा करने वाले धर्मेंद्र चौधरी ने रिटायर होने के बाद भी युवाओं को सेना में भर्ती करने के सपने को साकार करने का बीड़ा उठाया है.
धर्मेंद्र चौधरी ने फुलझर डिफरेंट अकेडमी की स्थापना की है, जो महासमुंद जिले की पहली अकेडमी है, जहां सेना में भर्ती होने के इच्छुक युवाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यहां से अब तक सैकड़ों युवा सेना में जाने के लिए तैयार हो चुके हैं.
धर्मेंद्र चौधरी का सफर
धर्मेंद्र चौधरी की प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर से हुई, जिसके बाद वे उच्च शिक्षा के लिए रायपुर के साइंस कॉलेज चले गए. सेना में भर्ती होने का उनका निर्णय स्वनिर्मित था, और इसकी जानकारी उन्होंने अपने परिवार को तब दी जब वे ट्रेनिंग के लिए जा चुके थे. उनकी कड़ी मेहनत और सैनिक प्रशिक्षण ने उन्हें अनुशासन, देशप्रेम, आत्मसंयम और बलिदान का महत्व सिखाया.धर्मेंद्र चौधरी ने अपने 17 साल के करियर में देश के विभिन्न हिस्सों में सेवाएं दीं. वे उस समय भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे थे जब उनके पिता का निधन हुआ, और वह अपने पिता की अंतिम यात्रा में भी शामिल नहीं हो पाए.
युवाओं के सपनों को दे रहे हैं पंख
धर्मेंद्र चौधरी का कहना है कि अब उनका उद्देश्य सेना में जाने का सपना देख रहे जिले के युवाओं को उस काबिल बनाना है, ताकि वे भी देश की सेवा कर सकें. फुलझर डिफरेंट अकेडमी के माध्यम से वे सैकड़ों युवाओं को सेना में भर्ती के लिए प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं.
साथियों की याद में शुरू किया ये काम
धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि वे आज भी अपने उन साथियों को याद करते हैं, जिनके साथ उन्होंने देश की रक्षा में योगदान दिया. हर सैनिक की अपनी कहानी होती है, और वह कई चीजों का त्याग करता है. धर्मेंद्र चौधरी का जीवन देश के प्रति समर्पण और त्याग का एक प्रेरणादायक उदाहरण है.
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FIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 16:11 IST