अब विवाह के बचे हैं कुछ ही शुभ मुहूर्त, इस तारीख से बंद हो जाएंगे मांगलिक कार्य, जानें डिटेल्स
रवि पायक/ भीलवाड़ा. अब शादियों के सावे धीरे-धीरे खत्म होने वाले हैं. अब इसके लिए कुछ समय ही रह गया है बीते दो माह से जारी मांगलिक आयोजनों की शहनाइयां और बैंड बाजा-बारात देवशयनी एकादशी पर 29 जून से थम जाएंगे. इसके बाद विवाह योग्य युवक-यवुतियों को करीब 4 माह इंतजार करना पड़ेगा. देव प्रबोधिनी एकादशी से ही मांगलिक कार्य शुरू होंगे. इस वर्ष देवप्रबोधिनी एकादशी 23 नवम्बर को है. जिसके बाद एक बार फिर इस वर्ष शादियों की शुरुआत हो जाएगी.
आपके शहर से (भीलवाड़ा)
14 मार्च को सूर्यदेव के मीन राशि में प्रवेश करने के साथ ही मांगलिक कार्य बंद हो गए थे. 14 अप्रेल को मलमास पूर्ण होने के बावजूद विवाह के प्रमुख कारक बृहस्पति के 31 मार्च से 29 अप्रेल तक अस्त रहने के कारण मांगलिक आयोजन नहीं हो सके थे. अब इस वर्ष देव प्रबोधिनी भी गत वर्ष की अपेक्षा देरी से है. इससे सावों के लिए अधिक इंतजार करना होगा. अबूझ मुहूर्त छोड़ दें तो भी विवाह के प्रमुख कारक गुरु और भौतिक सुख सुविधाओं के कारण शुक्र के अस्तकाल, मलमास व देवशयन काल के दौरान मांगलिक आयोजन नहीं होते.
जानें कितने दिन बचे शादियों के शुभ मुहूर्त
पंडित अशोक ने व्यास ने बताया कि जून में अब 11, 12, 13, 23, 25 के साथ ही 27 जून को शादियां होंगी सकेंगी. वही 29 जून से देवशयन पर चले जाएंगे. जिसके चलते चार महीनों तक विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं हो पाएंगे. आने वाले शादियों के सीजन की बात की जाए तो 23 नवम्बर को देव प्रबोधिनी एकादशी से मांगलिक कार्य शुरू होंगे. जिसमें देवउठनी से नवम्बर में 23, 28, 29 व दिसम्बर में 4, 6, 7, 8 व 14 दिसम्बर को मांगलिक कार्यों की धूम रहेगी.
इस साल हुआ अच्छा मुनाफा
शादियों के सीजन से जुड़े व्यापार करने वाले जैसे बैंड बाजा, घोड़ी, मैरिज हॉल, फोटोग्राफी सहित डीजे साउंड के व्यापार वालों को इस बार अच्छा मुनाफा हुआ है. क्योंकि इस सीजन में काफी ज्यादा शादियां हुई है और लोगों ने धूमधाम से शादियों के समारोह के हर एक कार्यक्रम को यादगार मनाते हुए बनाया जिससे कहीं ना कहीं शादियों से जुड़े व्यापारियों को काफी फायदा हुआ है.
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FIRST PUBLISHED : June 11, 2023, 17:05 IST