अब वेबसाइट हैंग होने की समस्या से छात्रों को मिलेगी निजात, क्लाउड पर शिफ्टिंग का 50 परसेंट काम पूरा Himachal Pradesh school education board is going to shift on cloud system 


कांगड़ा. हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड का कार्य जल्द ही क्लाउड पर शिफ्ट होगा. क्लाउड पर शिफ्टिंग का 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. क्लाउड सिस्टम पर जाने से जहां बोर्ड से संबद्ध स्कूलों को राहत मिलेगी, वहीं परीक्षा परिणाम देखने और आवेदन करने वालों को साइट के हैंग से होने वाली समस्याओं से भी स्थायी रूप से निजात मिलेगी. स्कूल शिक्षा बोर्ड से सरकारी और कई निजी स्कूल संबद्ध हैं, जिसके चलते बोर्ड प्रबंधन के पास हर वर्ष हजारों विद्यार्थियों का डेटा पहुंचता है. यह डेटा अधिकतर ऑनलाइन रहता है, और साइट पर डेटा अपलोड करने में दिक्कतें आती हैं.

सर्वर की समस्याएं और समाधान
शिक्षा बोर्ड जब भी रिजल्ट निकालता है, तो अभ्यर्थियों को अपना रिजल्ट देखने में सर्वर की धीमी गति के कारण दिक्कतें होती हैं. इसके अलावा, जब अभ्यर्थियों से आवेदन मांगे जाते हैं, तो सर्वर के स्लो होने के कारण समस्याएं आती हैं. इसके कारण शिक्षा बोर्ड को बार-बार अंतिम तिथि में बदलाव करना पड़ता है. अब स्कूल प्रबंधन और अभ्यर्थियों को राहत पहुंचाने और बोर्ड के अन्य कार्यों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिए क्लाउड पर शिफ्ट किया जा रहा है.

स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने लोकल 18 को बताया कि शिक्षा बोर्ड में पिछले कुछ दिनों से छात्र हित में कई बदलाव किए गए हैं. इसी कड़ी में बोर्ड की कार्यप्रणाली को भी क्लाउड-बेस्ड बनाया जा रहा है, ताकि रिजल्ट और आवेदन करने के दौरान अभ्यर्थियों को काफी राहत मिलेगी.

क्लाउड क्या होता है
क्लाउड डाटा स्टोरेज एक ऑनलाइन सेवा है, जिसमें डेटा को इंटरनेट के माध्यम से एक केंद्रीय स्थान पर स्टोर किया जाता है और फिर उस डेटा को किसी भी स्थान से इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है. यह एक विशेष प्रकार की वेब सेवा होती है, जो डेटा को स्टोर करने और सुरक्षित रखने की सुविधा प्रदान करती है. क्लाउड डाटा स्टोरेज से अपने डेटा को सुरक्षित रखने, उसे सुविधाजनक तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने और अन्य लोगों के साथ साझा करने की सुविधा मिलती है.

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