आदिवासी समाज की महिलाओं के लिए मिशाल बनीं रितिका तिर्की; राष्ट्रपति से मिलेगा सम्मान!


Agency:News18 Jharkhand

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Jamshedpur News : टाटानगर रेलवे विभाग की सहायक लोको पायलट रितिका तिर्की को राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किए जाने का आमंत्रण मिला है. वंदे भारत एक्सप्रेस पर टाटानगर से पटना तक सहायक लोको पायलट के रूप में कार्य कर…और पढ़ें

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Ritika 

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जमशेदपुर. टाटानगर रेलवे विभाग की सहायक लोको पायलट रितिका तिर्की ने न केवल विभाग बल्कि पूरे समुदाय के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत बनकर अपनी एक अलग पहचान बनाई है. रितिका को राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किए जाने का आमंत्रण प्राप्त हुआ है, जो न केवल उनकी बल्कि उनके परिवार और आदिवासी समुदाय की भी बड़ी उपलब्धि है. पूरे रेलवे विभाग और उनके गृहनगर में खुशी की लहर दौड़ गई है.

टाटानगर के सहायक रेलवे प्रबंधक (एआरएम) अभिषेक सिंघल ने इस उपलब्धि पर गहरी खुशी व्यक्त की. उन्होंने पत्रकारों से कहा, “राष्ट्रपति द्वारा रितिका तिर्की को दिया गया सम्मान टाटानगर रेलवे विभाग के लिए गर्व का क्षण है. राष्ट्रपति भवन से पत्र मिलने के बाद से ही विभाग में जश्न का माहौल है. रितिका ने अपने समर्पण और उपलब्धियों से यह सम्मान पूरी तरह से अर्जित किया है.”

महिलाओं के लिए आदर्श
रितिका तिर्की ने वंदे भारत एक्सप्रेस पर टाटानगर से पटना तक सहायक लोको पायलट के रूप में अपनी ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर आदिवासी समुदाय की पहली महिला बनने का गौरव हासिल किया. प्रधानमंत्री द्वारा ट्रेन के ऑनलाइन उद्घाटन के बाद हुई इस यात्रा ने रितिका के कौशल और प्रतिबद्धता को उजागर किया. एआरएम ने रितिका को इस सम्मान के लिए बधाई देते हुए उन्हें रेलवे और अन्य क्षेत्रों में महिलाओं के लिए आदर्श बताया.

रितिका ने व्यक्त की खुशी
रितिका ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “राष्ट्रपति भवन द्वारा मान्यता प्राप्त करना मेरे लिए बहुत खास है, और यह तथ्य कि मुझे यह सम्मान महिला राष्ट्रपति से मिलेगा, इसे और भी विशेष बना देता है. पत्र आने के बाद से ही मेरे घर और विभाग में खुशी का माहौल है. मुझे गर्व है कि मैं टाटानगर रेलवे और अपने समुदाय का इस प्रतिष्ठित मंच पर प्रतिनिधित्व कर रही हूं.” आदिवासी पृष्ठभूमि से आने वाली रितिका ने कई चुनौतियों का सामना करते हुए भारतीय रेलवे में काम करने का अपना सपना पूरा किया. उनके समर्पण और दृढ़ संकल्प ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत सफलता दिलाई बल्कि अन्य लोगों, विशेष रूप से हाशिए पर पड़े समुदायों की महिलाओं के लिए एक मिसाल कायम की.

जीवन का सबसे यादगार क्षण
दिल्ली की यह पहली यात्रा रितिका के लिए और भी यादगार होगी. उन्होंने कहा, “दिल्ली जाना और राष्ट्रपति से सम्मान प्राप्त करना मेरे जीवन का एक यादगार क्षण है. यह उपलब्धि केवल मेरी नहीं, बल्कि उन सभी की है जिन्होंने इस सफर में मेरा साथ दिया.” रितिका की इस उपलब्धि ने पुरुष प्रधान क्षेत्रों में महिलाओं के बढ़ते योगदान को मान्यता दी है. उनकी कहानी इस बात को रेखांकित करती है कि महिलाओं को समान अवसर प्रदान करना कितना आवश्यक है.

टाटानगर रेलवे विभाग इस विशेष अवसर का उत्सव मनाने की योजना बना रहा है. रितिका तिर्की की यह प्रेरणादायक यात्रा यह साबित करती है कि संकल्प और कड़ी मेहनत से हर बाधा को पार किया जा सकता है.

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