आयुष मंत्रालय 5 औषधीय पौधों को दुनिया में करेगा विकसित, आप भी उगाकर कमा सकते हैं मुनाफा


ऑल इंडिया इंस्‍टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद में पहला अंतरराष्‍ट्रीय सम्‍मेलन आयुर्वेद में अनुसंधान की प्रगति और वैश्विक अवसर – AROHA-2024 का आयोजन किया गया. जिसमें आयुर्वेद में अनुसंधान की प्रगति और वैश्विक अवसरों को लेकर चर्चा की जा रही है. सम्‍मेलन के पहले दिन आयुर्वेद को लेकर कई बड़ी घोषणाएं भी की गईं. जिनमें एक घोषणा अगले पांच वर्षों में पांच औषधीय पौधों या वनस्‍पतियों को विश्‍व स्‍तर पर विकस‍ित करने और पहचान दिलाने की बात कही गई.

कार्यक्रम का उद्घाटन भारत के मुख्य न्यायाधीश डॉ. जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ ने किया था. उन्‍होंने कहा, ‘मुझे AROHA-2024 का हिस्सा बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. यह दिन AIIA के 8वें स्थापना दिवस के रूप में भी महत्वपूर्ण है. आयुर्वेद आधारित अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए स्थापित इस संस्थान ने मात्र आठ वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है. यह संस्थान टर्शियरी केयर, रिसर्च और और शिक्षण के तीन प्रमुख स्तंभों पर कार्य करता है. मैं खुद आयुर्वेद का एक प्रबल समर्थक हूं. आयुर्वेद न केवल बीमारियों का इलाज करता है, बल्कि औषधि, पोषण, ध्यान, योग और जीवनशैली के संतुलन के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है.’

वहीं आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा, ‘आयुर्वेद की विशाल संभावनाओं की खोज के लिए इस सम्मेलन का आयोजन अत्यंत सराहनीय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज आयुर्वेद को वैश्विक पहचान मिल रही है.

वहीं वैद्य राजेश कोटेचा, सचिव, आयुष मंत्रालय ने कहा, ‘आयुष मंत्रालय अगले पांच वर्षों में आयुर्वेद की 5 प्रमुख औषधीय वनस्पतियों का वैश्विक स्तर पर विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है.’ लिहाजा इसका बड़ा फायदा भारत में औषधीय पौधों की खेती करने वाले किसानों को भी होने जा रहा है. इन औषधीय पौधों में अश्‍वगंधा के अलावा अन्‍य 4 पौधे शामिल किए गए हैं.

AIIA की निदेशक प्रो. (डॉ) तनुजा नेसरी ने कहा, 19 अक्‍टूबर तक चल रहे इस सम्मेलन में तीन दिवसीय कार्यशालाएं और 15 वैज्ञानिक सत्र आयोजित हो रहे हैं. जिनमें 400 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे. AIIA ने विश्वभर के 74 से अधिक देशों में लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन, FIGZ जर्मनी, AIST जापान, वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया, UHN कनाडा और अन्य राष्ट्रीय संस्थानों जैसे IGIB, AIIMS, CSIR, IIT आदि के साथ शैक्षिक और वैज्ञानिक सहयोग स्थापित कर रहा है.’

Tags: Ayurveda Doctors, Ayushman Bharat scheme, Delhi news



Source link

x