इन देशों में जमकर फल फूल रहा है 'किराये की गोद' वाला बिजनेस, लाखों की कमाई कर रहे लोग



<p class="p1" style="text-align: justify;">आज के समय में अनोखे बिजनेस मॉडल्स के बीच एक और अनोखा बिजनेस मॉडल खासी चर्चाओं में है<span class="s1">. </span>जिसे<span class="s1"> &lsquo;</span>किराए की गोद<span class="s1">&rsquo; (Rent a Womb) </span>कहा जाता है<span class="s1">. </span>इसमें महिलाएं अपनी कोख किराए पर दे रही हैं<span class="s1">, </span>जिसके जरिये वो किसी दूसरे दंपत्ति के बच्चों को पैदा कर रही हैं<span class="s1">. </span>इसे सरोगेसी के नाम से जाना जाता है<span class="s1">. </span>इसके जरिये लोग लाखों रुपये की कमाई भी कर रहे हैं<span class="s1">. </span>कुछ देशों में ये बिजनेस खासा फलफूल भी रहा है<span class="s1">. </span>ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर किन देशों में इस तरह का बिजनेस करने की इजाजत है<span class="s1">.</span></p>
<p class="p2" style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="AFSPA पर मणिपुर में बवाल, जानें इस कानून से सेना के जवानों को किन चीजों की मिलती है छूट?" href="https://www.abplive.com/gk/ruckus-in-manipur-over-afspa-know-what-exemptions-are-given-to-army-personnel-under-this-law-2830832" target="_self">AFSPA पर मणिपुर में बवाल, जानें इस कानून से सेना के जवानों को किन चीजों की मिलती है छूट?</a></strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><strong>क्या है<span class="s1"> &lsquo;</span>किराए की गोद<span class="s1">&rsquo;?</span></strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">किराये की गोद<span class="s1"> (</span>सरोगेसी<span class="s1">) </span>का मतलब है कि एक महिला अपनी कोख को किसी दूसरे व्यक्ति या दंपति के लिए किराये पर देती है इसे मेडिकल प्रोसेस के जरिये किया जाता है<span class="s1">, </span>जिसमें अंडाणु और शुक्राणु के कॉम्बिनेशन से भ्रूण तैयार किया जाता है<span class="s1">, </span>जिसे सरोगेट महिला की कोख में प्रत्यारोपित किया जाता है. इस प्रोसेस के जरिये उन दंपतियों की मदद की जाती है जो प्राकृतिक रूप से गर्भधारण में असमर्थ होते हैं<span class="s1">, </span>चाहे वह शारीरिक कारणों से हो या चिकित्सा समस्याओं के कारण.</p>
<p class="p3" style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="स्पेस में कितने दिन का खाना लेकर चलते हैं एस्ट्रोनॉट्स? फंसने पर आता है काम" href="https://www.abplive.com/gk/how-many-days-worth-of-food-do-astronauts-carry-in-space-2830986" target="_self">स्पेस में कितने दिन का खाना लेकर चलते हैं एस्ट्रोनॉट्स? फंसने पर आता है काम</a></strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><strong>इन देशों में तेजी से आगे बढ़ रहा &lsquo;किराए की गोद&rsquo; का बिजनेस</strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">गौरतलब है कि भारत<span class="s1">, </span>यूक्रेन<span class="s1">, </span>और गुयाना जैसे देशों में यह बिजनेस तेजी से आगे बढ़ रहा है<span class="s1">. </span>इन देशों में सरोगेसी के लिए कानूनी और चिकित्सा ढांचा मजबूत है<span class="s1">, </span>जिससे यह एक अच्छा विकल्प बन चुका है<span class="s1">. </span>इस बिजनेस में भारत ने खास जगह बना ली है<span class="s1">. </span>हमारे देश में बड़ी संख्या में विदेशी संपत्ति सरोगेसी के लिए आते हैं<span class="s1">. </span>दिल्ली<span class="s1">, </span>मुंबई और चंड़ीगढ़ जैसे शहरों में खास क्लिनिक और हॉस्पिटल्स में महिलाओं को इस काम से जोड़ा गया है<span class="s1">. </span>यहां सरोगेट्स को<span class="s1"> 5 </span>से<span class="s1"> 10 </span>लाख रुपये तक के पैकेज दिए जाते हैं जो महिलाओं को खासा आकर्षित करता है<span class="s1">.</span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><strong>विदेशों में भी फल रहा सरोगेसी का कारोबार</strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">अब सरोगेसी एक बिजनेस का रूप ले चुका है<span class="s1">. </span>यूक्रेन में तो सरकार ने इसकी मंजूरी भी दी हुई है<span class="s1">. </span>हालांकि यहां सरोगेसी में ज्यादा खर्चा आता है<span class="s1">. </span>वहीं गुयाना जैसे देशों में भी सरोगेसी ने एक बिजनेस का रूप ले लिया है<span class="s1">.</span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><span class="s1"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="शराब के साथ खाने वाली चीजों को चखना क्यों कहते हैं? जान लें इसका मतलब" href="https://www.abplive.com/gk/why-is-it-called-tasting-food-with-wine-know-its-meaning-2831176" target="_self">शराब के साथ खाने वाली चीजों को चखना क्यों कहते हैं? जान लें इसका मतलब</a></strong></span></p>



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