इस देश में हुई थी सबसे पहले पतंग की खोज, सालों पुराना है इतिहास



<p>भारत में मकर संक्रांति के बाद करीब एक महीने तक आसमान में रंग-बिरंगे पतंग दिखते हैं. पतंग को लेकर लोगों को लगता है कि उसकी शुरूआत भारत से हुई है. लेकिन ये गलत है. आज हम आपको बताएंगे कि पतंग का आविष्कार सबसे पहले कहां पर हुआ था.&nbsp;</p>
<h2>पतंग&nbsp;</h2>
<p>भारत समेत कई देशों में पतंग का खूब क्रेज है. उत्तर भारत में खासकर मकर संक्रांति के बाद आसमान में खूब रंग-बिरंगी पतंगों की दुनिया दिखती है. वहीं राजधानी दिल्ली में तो 15 अगस्त के दिन लोग खूब पतंग उड़ाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पतंग की शुरुआत सबसे पहले कहां पर हुई थी और इसका इस्तेमाल किस काम के लिए किया जाता था. आज हम आपको बताएंगे कि पतंग कहां पर सबसे पहले बनाई गई थी.</p>
<h2>पतंग का आविष्कार</h2>
<p>बता दें कि पतंग का आविष्कार चीन में हुआ था. जानकारी के मुताबिक इसका इतिहास लगभग 2000 साल पुराना है. माना जाता है कि पतंग का पहला निर्माण ईसा पूर्व तीसरी सदी में हुआ था. दरअसल पतंग को एक चीनी दार्शनिक हुआंग थेग ने बनाया था. उन्होंने ही इसे सबसे पहले शानडोंग क्षेत्र में बनाया था, जिसे &ldquo;पतंग का घर&rdquo; भी कहा जाता है. हालांकि से पहले पतंगें चपटी और आयताकार होती थी, वहां इन्हें रेशम, बांस और अन्य सामग्रियों से बनाया जाता था. इसके अलावा कुछ जगहों पर दावा किया जाता है कि पतंगों का इस्तेमाल मलेशिया, इंडोनेशिया और दक्षिण प्रशांत क्षेत्र में पत्तियों और नरकट जैसी प्राकृतिक सामग्रियों से बने मछली पकड़ने के उपकरण के रूप में किया जाता था.</p>
<h2>भारत में कैसे पहुंची पतंग</h2>
<p>अब सवाल ये है कि भारत में पतंग कैसे पहुंची थी. बता दें कि भारतीय उपमहाद्वीप में पतंग लाने का श्रेय चीनी यात्रियों फा हेन और ह्यून सांग को दिया जाता है. ये यात्री पतंगों को टिशू पेपर और बांस के ढांचे से बनाकर भारत लाए थे. हालांकि हमारे पुराणों के मुताबिक भारत में पतंग उड़ाना प्राचीन माना जाता है. तुलसीदास ने राम चरित मानस में इसका जिक्र इस तरीके से किया है कि भगवान राम ने मकर संक्रांति के दिन अपने भाइयों के साथ मिलकर पतंग उड़ाई थी.&nbsp;</p>
<h2>यूरोप में काफी देर से पहुंचा पतंग</h2>
<p>यूरोप में काफी समय के बाद पतंग पहुंचा था. जानकारी के मुताबिक 13वीं सदी के आसपास यूरोपीय खोजकर्ता मार्को पोलो जब चीन से लौटे थे, तो उन्होंने यूरोप में चीनी पतंगों के बारे में बताया था. जिसके बाद 14 वीं और 15 वीं शताब्दी के बीच पतंग उड़ाने का क्रेज पूरे यूरोप में फैला था. पतंग का उल्लेख वास्को दा गामा, जियोवानी डेला पोर्टा और विलियम शेक्सपियर ने भी किया है.</p>
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