इस पेड़ की पत्तियां, छाल, गोंद और फलियां सभी हैं फायदेमंद, जयपुर के आयुर्वेदाचार्य से जानें सेवन की विधि-Ayurvedic medicine can be prepared by grinding the pod of this common tree seen in villages, the cure for many diseases is hidden in its powder


जयपुर ग्रामीण. राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में बबूल के पेड़ आसानी से देखे जा सकते हैं. आयुर्वेद की दृष्टि से बबूल काफी महत्वपूर्ण पेड़ माना जाता है. इसकी पत्तियां, छाल, गोंद, फूल और फलिया सभी किसी न किसी प्रकार के रोग को दूर करने का काम करती है.

आज हम आपको बबूल की फलियों से होने वाले फायदे के बारे में बताएंगे. बबूल पर लगने वाली लंबी-लंबी बीजनुमा फलिया अनेक रोगों के लिए दवा का काम करती है. बबूल की फली से सिरदर्द, घुटनों के दर्द को ठीक करने की दवाई बनाई जाती है. इसके अलावा इससे और भी अनेक प्रकार की आयुर्वेदिक दवाइयां भी बनाई जाती है.

• इन पांच रोगों में कारगर है बबूल की फली
बबूल की फलियों का पाउडर बनाने के बाद वह एक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि बन जाती है. बहुत से लोग बबूल की फलिया पीसकर उन्हें रोगियों और आयुर्वेदिक अस्पतालों को बेच देते हैं. इससे उन्हें अच्छे खासे पैसे मिल जाते हैं. आज हम आपको बबूल की फलियों से होने वाले पांच अनोखे फायदों के बारे में बताएंगे.

1. घुटनों का दर्द होता है ठीक
बुजुर्गों में घुटनों का दर्द आम है. अधिकांश बुजुर्गों को यह समस्या होती है. लेकिन अगर युवाओं में घुटनों के दर्द की समस्या आती है तो यह चिंता का विषय है. अगर आपके भी यह समस्या है तो आप रोजाना गर्म पानी में बबूल के पेड़ की फलियों का पाउडर पीसकर पिएंगे तो आपकी हड्डियों में जान आ जाएगी और धीरे-धीरे घुटनों के दर्द की समस्या खत्म हो जाएगी. इसके अलावा गठिया के रोगियों के लिए भी यह लाभदायक हो सकता है.

2. महिलाओं के लिए फायदेमंद
महिलाओं में आजकल खानपान की वजह से अनेक प्रकार की समस्याएं आ रही है. इसमें सफेद पानी का स्त्राव मुख्य समस्या है. अब तो यह समस्या काफी सामान्य हो गई है. इस बीमारी का समाधान भी बबूल की फलियों में छुपा हुआ है. रोजाना दूध के साथ बबूल की फलियों का पाउडर पीने से सफेद पानी के स्राव की समस्या धीरे-धीरे खत्म हो जाती है. इसके अलावा मासिक धर्म से संबंधित होने वाली प्रॉब्लम दूर हो जाती है.

3. इम्यूनिटी बूस्ट होती है
अगर कोई व्यक्ति कुछ समय के अंतराल में ही बीमार होता रहता है तो इसका समाधान भी बबूल की फली में छुपा हुआ है. कोई व्यक्ति हर 30 दिन में एक बार बीमार होता रहता है और फिर ठीक हो जाता है तो इसका कारण है इम्यूनिटी कमजोर होना. रोजाना दूध के साथ बबूल की फली का पाउडर पीने से इंसान की इम्यूनिटी मजबूत होती है. अगर इस पाउडर का इस्तेमाल आयुर्वेदिक डॉक्टर की देखरेख में लगातार 1 महीने कोई व्यक्ति कर लेता है तो वह बहुत कम बीमार पड़ेगा.

4. डायरिया की समस्या दूर होगी
डायरिया और दस्त में बबूल की फली रामबाण इलाज है. डायरिया जैसी बीमारी को भी बबूल की फली दूर कर देती है. डायरिया होने की स्थिति में कोई भी व्यक्ति बबूल की पिसी हुई फलियों का पाउडर दिन में दो बार पीता है तो धीरे-धीरे यह समस्या खत्म हो जाती है.

5. फेफड़े का कफ होता है दूर
आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार बबूल की फलियो के इस्तेमाल से फेफड़ों में कफ जमने जैसी समस्या खत्म हो जाती है. अधिक कफ होने की स्थिति में डॉक्टर बबूल की फलियां से बना हुआ पाउडर रोगियों के देते हैं. इसके लगातार सेवन से कुछ दिनों बाद ही फेफड़ों में कफ बनने जैसी समस्या धीरे-धीरे खत्म होने लगती है.

आयुर्वेदिक सलाहकार ईश्वर चंद ने बताया कि शुगर के मरीज बबूल की फलियों का पाउडर पानी के साथ ले सकते हैं, वही किसी के हाथ की हड्डी टूट जाती है और आराम नहीं मिल रहा है तो गाय के दूध के साथ सुबह खाने से पहले और शाम को खाने के बाद इसके पाउडर का सेवन करने से हड्डियों में जान आएगी और दर्द से आराम मिलेगा. इसके अलावा मुंह में छाले होने की स्थिति में बबूल की पत्तियां व फली को उबालकर कुल्ला करने से मुंह के छाले दूर हो जाते हैं.

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