इस महिला ने घरवालों से छिपकर शुरू किया था नेक काम, 15वीं शादी की सालगिरह को बनाया यादगार


कोडरमा. आमतौर पर लोग शादी की सालगिरह पर केक काटते हैं और शाम को दावत देते हैं. लेकिन, कुछ लोग इस खुशी को कुछ अलग तरीके से मनाते हैं. कुछ ऐसा ही नजारा सोमवार को कोडरमा में देखने को मिला. शहर के झंडा चौक मोदी मार्केट निवासी मुरली मोदी और कृतिका मोदी ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए शादी की 15वीं सालगिरह मनाई. इस दौरान कृतिका ने जरूरतमंद के लिए रक्तदान कर आयोजन को यादगार बनाया.

आपातकाल में होती है रक्त की आवश्यकता
मुरली मोदी ने बताया कि शुरू से ही पति-पत्नी समाज सेवा और रक्तदान कर जरूरतमंदों की मदद करने के लिए बढ़-चढ़कर काम कर रहे हैं. वह खुद 1995 से रक्तदान करते हुए अभी तक 26 बार रक्तदान कर चुके हैं. रक्तदान को जीवनदान बताया. अपने जीवन की खुशियों के अवसर पर कोई रक्तदान करे तो इससे बड़ा कोई प्रेरक कृत्य नहीं हो सकता. रक्त की आवश्यकता हमेशा आपातकाल स्थिति में होती है. ऐसे में लोगों को बढ़-चढ़कर रक्तदान करते हुए समाज के लोगों को भी रक्तदान के लिए जागरूक करना चाहिए. शादी की सालगिरह पर कई वर्षों से पति-पत्नी एक साथ रक्तदान करते आ रहे हैं. इस बार कुछ महीने पहले एक जरूरतमंद को रक्त देने की वजह वह 3 महीने के भीतर रक्तदान नहीं कर सकते हैं. ऐसे में सिर्फ पत्नी रक्तदान कर रही है. दोनों ने मिलकर अभी तक 51 बार रक्तदान किया है.

छिपकर थैलीसीमिया पीड़ित के लिए करती थी रक्तदान
कृतिका ने बताया कि वह वर्ष 2006 से नियमित रूप से रक्तदान कर रही हैं. सबसे पहले उन्होंने एक 7 वर्षीय थैलेसीमिया से पीड़ित बच्ची के लिए रक्तदान किया था. हालांकि, उस समय रक्तदान को लेकर समाज में उतनी जागरूकता नहीं थी. घर के लोग रक्तदान करने से मना करते थे. इसके बावजूद वह घर वालों से छिपकर थैलेसीमिया पीड़ित बच्ची के लिए नियमित रक्तदान करती थी. वहीं उनके भाई भी रक्तदान कर बच्ची की मदद करते थे. कृतिका मोदी ने बताया कि अभी तक उन्होंने 25 बार रक्तदान किया है. रक्तदान करने से किसी प्रकार की शारीरिक परेशानी नहीं होती है.

FIRST PUBLISHED : July 1, 2024, 23:32 IST



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