एक अकेला फल कई बीमारियों का काल, साल में सिर्फ दो महीने मिलता है, जानिए इसके फायदे


पश्चिम चंपारण. बरसात के दिनों में जामुन खाना तो हर कोई पसंद करता है. लेकिन कितने लोग इसके औषधीय गुणों के बारे में जानते हैं ? आयुर्वेद की माने तो, यह एक ऐसा फल है जो धरती पर फलरूपी औषधी है. दो या चार नहीं, यह इंसानों में होने वाली दर्जनों बड़ी बीमारियों का खात्मा करता है.आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि जामुन को सबसे ज्यादा मधुमेह को नियंत्रण करने के लिए जाना जाता है.

इसके साथ ही जामुन, भोजन को हजम करने के लिए, दांतों के लिए, आंखों के लिए, पेट के लिए, चेहरे के लिए तथा किडनी स्टोन के लिए फायदेमंद होता है. जामुन में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेड भी होता है, इसलिए ये बच्चों के सेहत के लिए भी बहुत अच्छा होता है.चलिए हम आपको जामुन के गुणों और फायदों के बारे में विस्तार से बताते हैं.

पांच प्रकार के होते हैं जामुन
ज़िले के बैरिया प्रखंड स्थित सरैयामन पक्षी विहार में काठ जामुन का भरमार पाया जाता है.यह एक ऐसा जंगल है जहां काठ जामुन के सैकड़ों पेड़ हैं.पिछले 45 वर्षों से पतंजलि में सेवा दे रहे आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे बताते हैं कि जामुन की कुल 5 वेराइटीज होती हैं.इनमें जामुन, सफेद जामुन, काठ जामुन, भूमि जम्बु तथा क्षुद्र-जम्बु शामिल हैं. भूमि-जम्बु पेट कीड़ों को खत्म करता है और गठिया में फायदेमंद होता है. सफेद जामुन के तने की छाल रक्त संबंधी बीमारी, दस्त और कीड़ों को खत्म करने में मदद पहुंचाती है तथा क्षुद्र-जामुन, कफ-पित्त दोष को सुधारने, हृदय रोग के लिए प्रयोग में लाया जाता है.

कई बीमारियों के लिए रामबाण है जामुन
बकौल आयुर्वेदाचार्य, जामुन का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में दस्त, पेचिश और पेट के अल्सर सहित विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है.इसके अलावे जामुन के अर्क से टाइप 2 मधुमेह वाले व्यक्तियों में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में बेहद मदद मिलती है.आयुर्वेदिक चिकित्सा में जामुन का उपयोग पाचन में सुधार और पाचन विकारों से राहत के लिए किया जाता है.साथ ही इसमें रोगाणुरोधी गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में कुछ खास प्रकार के बैक्टीरिया एवं कवक के विकास को रोकते हैं.

फल, पत्ती, बीज तथा छाल सब लाभदायक
जानकारों की माने तो, जामुन की छाल का आयुर्वेदिक तरीके से सेवन करने पर यह पाचन से जुड़ी समस्या, दमा, अल्सर, एंटीडिसेंट्रिक तथा रक्त शोधक का काम करता है. यदि हम जामुन फल को खाते हैं तो इससे, आंतों से जुड़ी समस्या, मुंह से जुड़ी समस्या, भूख बढ़ानेवाला तथा मधुमेह जैसे रोगों का उपचार होता है.ठीक इसी प्रकार जामुन का बीज मधुमेह नाशक तथा इसकी पत्तियों का चूर्ण मसूड़ों के लिए बेहद कारगर होता है.

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Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.



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