एक बार फिर सच हो रही वर्षों से चल रही रिवायत- मई में माल बेचो और भागो – News18 हिंदी


नई दिल्ली. आपको यह जानकर बहुत हैरानी होगी कि दुनियाभर के शेयर बाजारों में मई (May) महीने का खास महत्व है. कहा जाता है कि मई के महीने में शेयर गिर सकते हैं. इस टर्म को अंग्रेजी में सेल इन मे एंड गो अवे (Sell in May and Go Away) कहा जाता है. हालांकि इसका यह मतलब कतई नहीं है कि इस महीने में बाजार गिरेगा ही. तो फिर इसका सही-सही मतलब क्या है? चलिए जानते हैं.

‘मई में बेचो और दूर हो जाओ’ ट्रेडर्स को बताता है कि उन्हें इस महीने में अपने स्टॉक बेचने के बारे में सोचना चाहिए. यदि वे बेचते हैं तो पैसा निकालकर बैंक में रख लेना चाहिए. उसके बाद कहीं चले जाओ और फिर नवम्बर में शेयर बाजार में फिर से एंट्री करो. कुल मिलाकर, माना जाता है कि गर्मियों के इस सीजन में बाजार में ज्यादा तेजी नहीं आती. हां, गिरावट जरूर आ सकती है. इस समय के दौरान आप शेयर बाजार से दूर रहकर अपना पैसा सुरक्षित रख सकते हैं.

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चौंका देंगे ये आंकड़े!
फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने इस बारे में एक रिपोर्ट छापी है. इस रिपोर्ट में लिखा गया है कि कॉर्पोरेट फाइनेंस रिसर्च के मुताबिक, पुराने आंकड़े ‘मई में बेचो और दूर हो जाओ’ की धारणा के हक में गवाही देते हैं. 1945 से अब तक ऐसी ही एक स्थिति देखने को मिलती है. एस एंड पी 500 इंडेक्स ने नवम्बर से अप्रैल के 6 महीने में 6.7 प्रतिशत बढ़ोतरी की है, जबकि मई से अक्टूबर के बीच (6 महीने की अवधि) में केवल 2 फीसदी की ही वृद्धि देखने को मिली है. यह भी देखने को मिला है कि यही इंडेक्स मई से अक्टूबर वाले 6 महीनों में दो-तिहाई समय ही पॉजिटिव रिटर्न देता है, जबकि बाकी के 6 महीनों में यह प्रतिशत बढ़कर 77 तक पहुंच जाता है.

2024 में जबरदस्त शुरुआत करने के बाद भी अब तक 9 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है. पिछले महीने की बात करें तो S&P 500 लगभग सपाट है. इधर, भारतीय शेयर बाजार के सेंसेक्स इंडेक्स की बात की जाए तो 2024 में अब तक कोई खास वृद्धि नहीं हुई है. 1 जनवरी को सेंसेक्स की क्लोजिंग 72,271 पर हुई थी. 9 अप्रैल को सेंसेक्स ने 75,124 का हाई बनाया था. 9 मई की क्लोजिंग 72,404 पर है. मई 2024 में अब तक सेंसेक्स 2210 अंकों से अधिक गिर चुका है. यह गिरावट 2.94% है.

लॉन्ग टर्म के निवेशक क्या करें?
ऊपर दिए गए आंकड़े केवल आंकड़े हैं. हो सकता है कि इन 6 महीनों में रिटर्न कम मिले या कभी कभार नेगेटिव भी मिले, मगर निवेशित रहना ही सबसे अच्छी रणनीति है. खासकर लॉन्ग टर्म के निवेशकों को बार-बार पैसा निकालना नहीं चाहिए.

दूसरी अहम बात यह भी कि ऊपर जो आंकड़े दिए गए हैं, वे मुख्य सूचकांकों (इंडेक्स) के हैं. हो सकता है कि आपका निवेश स्माल या मिड कैप स्टॉक्स में अधिक हो. कुछ इंडस्ट्रीज़ सर्दियों की बयाज गर्मियों में अच्छी परफॉर्म कर सकती हैं, जैसे कि बैवरेज और कॉटन इंडस्ट्री. ऐसे में आपको अपना डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाकर रखना चाहिए.

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