कमाई 58.60 लाख रुपए, खर्च किये 1.78 करोड़… सीएंडडीएस के एक और परियोजना प्रबंधक पर FIR, अब तक 15 राडार पर


हाइलाइट्स

योगी सरकार भ्रष्ट और लापरवाह अफसरों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई में जुटी हैइसी क्रम में 14 रिटायर्ड और 1 कार्यरत इंजीनियर के खिलाफ एक्शन लिया गया है

लखनऊ. लोकसभा चुनाव ख़त्म होते ही योगी सरकार भ्रष्ट और लापरवाह अफसरों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई में जुटी है. इसी क्रम में 14 रिटायर्ड और एक कार्यरत इंजीनियर के खिलाफ एक्शन लिया गया है.
जल निगम की कार्यदायी संस्था सी एंड डीएस के परियोजना प्रबंधक कमलेश केसरी पर एफआईआर दर्ज कराया गया है. विजिलेंस ने परियोजना प्रबंधक कमलेश केसरी पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया.

पांच दिनों के भीतर सीएंडडीएस के दूसरे परियोजना प्रबंधक पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है. परियोजना प्रबंधन कमल खरबंदा पर भी आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज हुआ था.  विजिलेंस जांच के दौरान पता चला कि कमलेश केसरी ने कमाई से एक करोड़ 20 लाख रुपए अधिक खर्च किए. कमलेश केसरी की आए 58 लाख 60 हज़ार रुपए निकली और खर्च किए 1 करोड़ 78 लाख रुपए. केसरी के खिलाफ शासन के निर्देश पर विजिलेंस ने जांच की थी.

12 रिटायर्ड इंजीनियर पर भी मुकदमा
दरअसल, सरकारी अफसरों के भ्रष्टाचार पर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रिटायर और वर्तमान 15 इंजीनियरों पर मुकदमा दर्ज करवाया है. विजिलेंस ने सिंचाई विभाग और जल निगम के 14 पूर्व और एक वर्तमान इंजीनियर पर मुकदमा दर्ज कराया है. आवंटित धनराशि से अधिक का अनुबंध करने पर सिंचाई विभाग के 12 रिटायर्ड इंजीनियर पर मुकदमा दर्ज हुआ है, जबकि जल निगम के तीन इंजीनियर पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है.

शासन को करोड़ों का नुकसान
पूरा मामला यूपी वॉटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग परियोजना के दूसरे चरण में शासन से आवंटित राशि से अधिक अनुबंध करने का है. 2019 में शासन ने विजिलेंस जांच का आदेश दिया था. अब जांच के बाद आरोप सही मिलने पर 12 रिटायर इंजीनियर पर मामला दर्ज हुआ. आरोप है कि इन सभी ने 2013 में परियोजना से संबंधित शासनादेश के निर्देशों का पालन नहीं किया. इसके चलते शासन को करोड़ों का नुकसान हुआ.

इन पर हुई एफआईआर
अलीगढ़ में सिंचाई विभाग के तत्कालीन इंजीनियर बलराम सिंह यादव, रामगंगा सिंचाई विभाग कानपुर के कुणाल कुलश्रेष्ठ ,अवध राज यादव, अनिल कुमार ,रणवीर सिंह, इटावा सिंचाई कार्य मंडल के इंजीनियर कुलजीत सिंह, कानपुर सिंचाई कार्य मंडल के सुरेश चंद्र शर्मा, सिंचाई एवं जल संसाधन के इंजीनियर आदेश कुमार गोयल, शारदा सहायक सिंचाई कार्य मंडल लखनऊ के तत्कालीन इंजीनियर शिवमंगल यादव, नीरज कुमार, ललितपुर सिंचाई कार्य मंडल के तत्कालीन इंजीनियर महेंद्र कुमार निगम, झांसी बेतवा के तत्कालीन इंजीनियर नवनीत कुमार पर एफआईआर दर्ज हुई है. इसके अलावा जल निगम के रिटायर इंजीनियर अजय रस्तोगी, सीएंडडीएस के रिटायर इंजीनियर कृष्ण कुमार पटेल ,वर्तमान इंजीनियर कमलेश केसरी पर भी एफआईआर दर्ज हुई है.

Tags: Lucknow news, Yogi government



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