कारसेवकों का राम नगरी की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन, देश से रोहिंग्या मुसलमानों को बाहर करने की मांग


अयोध्या: बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार अत्याचार जारी है. इस मामले को लेकर राम नगरी अयोध्या में धर्म सेना के नेतृत्व में हिंदू संगठनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने लामबंद होकर गुलाब बाड़ी से सिविल लाइन तक मार्च निकाला. हिंदू संगठनों का जुलूस रीडगंज चौक रिकाबगंज होते हुए सिविल लाइन पहुंचा.

बांग्लादेश के खिलाफ अयोध्या में निकला मार्च
इस दौरान हिंदू संगठन के नेताओं ने मांग है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार बंद किया जाए.  बांग्लादेश में ही हिंदुओं की हत्या और उनकी बहन बेटियों के साथ दुराचार किया जाना बंद होना चाहिए. साथ ही भारत में रोहिंग्या मुसलमान को वापस बांग्लादेश भेजा जाए.

हिंदू संगठन के नेताओं ने किया विरोध
हिंदू संगठन के नेताओं का मानना है कि रोहिंग्या मुसलमान भारत में अपनी पैठ बनाते जा रहे हैं. जब तक इनको बाहर नहीं किया जाएगा. हिंदू संगठन के नेताओं का आंदोलन चलता रहेगा. बाबरी मस्जिद ढहाने के आरोपी रहे संतोष दुबे ने कहा कि अगर सरकार हस्तक्षेप नहीं करती है तो एक बार फिर कारसेवकों को रामनगरी अयोध्या बुलाना पड़ेगा और बड़े पैमाने पर रोहिंग्या मुसलमानो को बाहर करने के लिए कारसेवकों को निकलना पड़ेगा.

रोहिंग्या को देश से बाहर करने की मांग
वहीं, शरद पाठक बाबा ने बताया कि देश में रोहिंग्या मुसलमान को बाहर भगाने के लिए हम लोग आज अयोध्या की सड़कों पर पैदल मार्च निकाल रहे हैं. हम लोगों की मांग है कि इस देश से बांग्लादेशी रोहिंग्या जिनकी संख्या लगभग 10 करोड़ बताई जाती है, उनको सरकार बाहर निकलने का कार्य करे और बांग्लादेश में जिस प्रकार से 28% से हिंदू 7% पर पहुंच चुका है. वहां पर हिंदू राष्ट्र एक अलग बनाया जाए.

शरद पाठक बाबा ने बताया कि जितने भी राजनीतिक पार्टी के लोग हैं. वह जातीय जनगणना की बात करते हैं. वह लोग पहले यहां पर घुसपैठियों की जनगणना कराएं. यह आंदोलन हमारा वृहद स्तर पर चलेगा. अभी तो जिले स्तर पर लगातार जारी है. आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव के बाद पूरे प्रदेश में इस तरह का आंदोलन किया जाएगा.

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