कृषि के क्षेत्र में बेटी की उड़ान, राज्यपाल से मिला तीन मेडल, अब करना चाहती ये काम  


सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विवि के दीक्षांत समारोह में शिवांगी सक्सेना को कुलाधिपति कुलपति स्वर्ण पदक से नवाज़ा गया है. एक अन्य पदक भी इस बेटी ने कृषि के क्षेत्र में हासिल किया है. राज्यपाल ने इस बेटी की सराहना की. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शिवांगी को तीन मेडल दिए. कृषि के क्षेत्र में मेडल पाकर शिवांगी और उनके पिता की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा. शिवांगी का कहना है कि बेटियां हर क्षेत्र में नाम रोशन कर रही हैं. शिवांगी ने बीटेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग की है. इस बेटी का कहना है कि आगे चलकर वो कृषि के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करना चाहती हैं.

दीक्षांत समारोह में विभिन्न विषयों में स्नातक के लिए 254, स्नातकोत्तर में 9 और पीएचडी में 7 छात्र-छात्राओं को उपाधियाँ प्रदान की गईं. दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को 20 पदकों से पुरस्कृत किया गया..14 पदकों पर अपने नाम कर विश्वविद्यालय की छात्राओ ने कब्जा़ किया. शिवांगी सक्सेना, बीटेक (कृषि अभियांत्रिकी) ने कुलाधिपति स्वर्ण पदक कुलपति रजत पदक एवं सरिता मेमोरियल स्वर्ण पदक सहित सर्वाधिक 03 पदक अपने नाम किए हैं. इस अवसर पर सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ एवं पूर्व सैनिक पुनर्वास महानिदेशालय के मध्य सेवानिवृत्त होने वाले अथवा सेवानिवृत्त सैनिकों/कर्मियों को 21 दिवसीय प्रशिक्षण देने के लिए करार पर हस्ताक्षर हुए. ये देश का प्रथम कृषि विश्वविद्यालय है जिसने इस तरह के करार पर हस्ताक्षर किए हैं.

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 17वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की. इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि, सूर्य प्रताप शाही मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान, मुख्य अतिथि, डॉक्टर संजय कुमार अध्यक्ष, कृषि वैज्ञानिक चयन मण्डल, नई दिल्ली थे. दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कहा कि बेटियों इस बार भी पदक में आगे रहीं. उन्होंने अपने उ‌द्बोधन की शुरुआत मेरठ के सांस्कृतिक एवं धार्मिक इतिहास को याद करते हुए की. उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि वो अपने जीवन में कृषि के ज्ञान को व्यवहारिकता में लाए तथा सरकार के ज़रिए दिए जा रहे स्टार्टअप योजनाओं से जुड़कर लाभ उठाएं.

आनन्दीबेन पटेल ने कहा कि नीति आयोग ने देश से खाद्य तेल में आत्मनिर्भर बनने की सिफारिश की है. विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों तथा छात्रों को इसमें मुख्य भूमिका निभाने का प्रयत्न करना चाहिए. उन्होंने विश्वविद्यालय से आहवान किया कि नैक के बेहतर ग्रेडिंग के लिए प्रयास करें.

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