केएसके वर्धा प्लांट को लेकर जांजगीर के किसानों ने की हड़ताल, दे डाली ये चेतावनी
जांजगीर चांपा: जांजगीर चांपा जिले के अकलतरा में के.एस.के. पावर प्लांट के भूविस्थापित किसानों ने अपनी 25 सूत्रीय मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करने का फैसला किया है. आरोप है कि उन्हें न तो जमीन का मुआवजा मिला है और न ही पुनर्वास. किसान जमीन के बदले नौकरी नहीं मिलने को लेकर भी हड़ताल पर बैठेंगे.
भूविस्थापित किसान अपनी मांगों को लेकर कई बार जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय आ चुके हैं. वे अपनी मांगों को लेकर प्लांट प्रबंधक से भी मिल चुके हैं. इससे पहले जब भी उनके द्वारा हड़ताल किया गया, जिला प्रशासन ने उनकी मांगों को पूरा कराने की बात कहकर हड़ताल खत्म करा दी गई. किसानों का कहना है कि इस बार जब तब उनकी बातों को नहीं माना जाएगा वे तब तक हड़ताल पर बैठे रहेंगे.
15 जनवरी को ही करने वाले थे हड़ताल
भूविस्थापित किसान सत्यप्रकाश निर्मलकर ने बताया कि वे लोग इसी साल 15 जनवरी को हड़ताल करने वाले थे लेकिन जिला प्रशासन ने उनकी मांगें पूरी कराने का आश्वासन देकर हड़ताल करने से रोक दिया.
सत्यप्रकाश के अनुसार, हम भूविस्थापित किसान हैं. हमारी जमीन प्लांट और बैराज के लिए निकली है. जिन किसानों की जमीनों को बैराज, पंप हाउस और प्लांट में लिया गया है, उन सभी जगहों पर काम प्रारंभ हो गया है, लेकिन अब तक किसानों को न तो मुआवजा मिला है और न ही जमीन के बदले नौकरी मिली है.
कही थी स्कूल और हॉस्पिटल बनाने की बात
किसानों का कहना है कि प्लांट प्रबंधक द्वारा गांव से एनओसी लेते समय गांव में स्कूल और हॉस्पिटल बनाने की बात कही गई थी लेकिन अभी तक कोई भी काम नहीं हुआ. जब किसान प्लांट प्रबंधक से मिलने जाते है तो उन्हें भगा दिया जाता है. किसानों के अनुसार, प्लांट प्रबंधक द्वारा कहा जाता है कि जमीन की दो पर्ची में सिर्फ एक किसान को नौकरी मिलेगी, लेकिन वे नौकरी दे किसी को नहीं रहे.
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FIRST PUBLISHED : December 18, 2024, 23:53 IST