कैसे हुआ Google Map के कारण रामगंगा नदी के अधूरे पुल पर कार हादसा? देखें ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट


बरेली: गूगल मैप पर रास्ते की गलत सूचना और रामगंगा नदी पर बने निर्माणाधीन पुल पर आगे रास्ता बंद होने का कोई संकेत नहीं होने के कारण एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई. यह पुल बदायूं के समरेर से फरीदपुर को जोड़ने के लिए बनाया गया था, जो 1 साल पहले बाढ़ के कारण टूट गया था. इस पुल के गिरने से रास्ता बंद हो गया था, लेकिन गूगल मैप में पुल पर आवाजाही चालू दिखाई जा रही थी. चालक उसी गूगल मैप के सहारे गाड़ी चला रहा था. जब तक उसे पता चल पाता कि आगे सड़क नहीं है, तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

गौरतलब है कि सिक्योरिटी कंपनी के 3 कर्मचारी गाजियाबाद की तरफ से आ रहे थे. मगर इन लोगों को यह पता नहीं था की पुल टूटा हुआ है. बताया जा रहा है कि उन्होंने गूगल मैप के सहारे रास्ता ढूंढा था. इस पुल का रास्ता जब गूगल मैप ने सही दिखाया तो चालक ने गाड़ी पुल पर चढ़ा दी. रात के अंधेरे में चालक को नहीं पता चला कि 30 मीटर के बाद रास्ता नहीं है. इसकी वजह से उनकी कार रामगंगा में जा गिरी. मौके पर ही तीनों की मौत हो गई. वहीं इस हादसे के पीछे लोक निर्माण विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है. आरोप है कि लोक निर्माण विभाग ने अधूरे पुल से पहले बैरियर नहीं लगाया था, न ही गूगल मैप पर संबंधित विभाग ने रास्ते का रूट बदलवाया.

सीमा विवाद में फंसी रही पुलिस
रविवार सुबह खल्लपुर गांव के लोग रामगंगा किनारे खेतों पर निकले तो उन्होंने दातागंज की ओर से अधूरे पुल के नीचे कार को देखा. सूचना पर बरेली जिले के फरीदपुर और बदायूं के दातागंज की पुलिस पहुंच गई. फरीदपुर सीओ आशुतोष शिवम ने बताया कि घटनास्थल फरीदपुर में है. इस वजह से यहां की पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. फरीदपुर इंस्पेक्टर राहुल सिंह के अनुसार मोबाइल से मृतकों की जानकारी जुटाई गई तब शवों का पंचनामा भरना संभव हो सका.

ग्राउंड जीरो से जानें कारण
लोकल 18 की टीम ने घटनास्थल की बारीकी से जांच की. विकल्प कुदेशिया ने ग्राउंड जीरो से बताया कि

  • रामगंगा नदी पर पिछले साल सितंबर में संपर्क मार्ग बह जाने के बाद से पुल अधूरा पड़ा है.
  • लोक निर्माण विभाग ने रामगंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल से पहले बैरियर नहीं लगाया था.
  • यह हादसा ठेकेदार और प्रशासन की लापरवाही से हुआ है.
  • दातागंज की ओर से वाहनों को पुल पर आने से रोकने के लिए कोई अवरोध नहीं है. पहले एक छोटी सी दीवार बनाई गई थी, लेकिन अब वह टूट चुकी है.
  • इसके अलावा पुल से पहले लोगों को सावधान करने के लिए कहीं भी कोई बोर्ड, संकेत या सूचना नहीं लगाई गई है.
  • गूगल मैप पर विश्वास करना भी युवकों की गलती थी.
  • गूगल मैप पर संबंधित विभाग ने रूट में बदलाव नहीं करवाया था. यानि पुल अधूरा है इस बात की जानकारी गूगल पर अपडेट नहीं थी.

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