क्या आपको पता है? भारतीय संविधान की पहली कॉपी कहां प्रिंट हुई थी, जानिए शिमला कनेक्शन
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Agency:News18 Himachal Pradesh
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Republic Day Special: भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी पहली कॉपी शिमला की सरकारी प्रेस में प्रिंट की गई थी? शिमला का यह ऐतिहासिक स्थल, जो 1872 में बना, अब एक महत्वपू…और पढ़ें
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Republic day Special: क्या आप जानते है संविधान का शिमला कनेक्शन
हाइलाइट्स
- भारतीय संविधान की पहली कॉपी शिमला में प्रिंट हुई थी।
- शिमला की सरकारी प्रेस 1872 में बनी थी।
- संविधान की हस्तलिखित प्रति भी शिमला में मौजूद है।
शिमला. 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान लिखने का काम पूरा हुआ था. इसके ठीक दो महीने बाद, 26 जनवरी 1950 को, संविधान को लागू किया गया. तब से हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. आपको बता दें कि संविधान की मूल प्रति हाथ से लिखी गई थी. संविधान के बारे में तो लोग बहुत कुछ जानते हैं, लेकिन इसके शिमला कनेक्शन के बारे में कम ही लोग जानते हैं. दरअसल, संविधान की पहली कॉपी शिमला की सरकारी प्रेस में प्रिंट की गई थी.
1872 में बनी थी सरकारी प्रेस
ब्रिटिश शासनकाल के दौरान शिमला में कई ऐतिहासिक इमारतें बनाई गईं. आज भी शिमला की पहचान इन्हीं इमारतों से है. इन्हीं में से एक है गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की प्रेस की इमारत, जिसका निर्माण 1872 में हुआ था. इसी इमारत में 1949 में संविधान की पहली प्रति प्रिंट की गई थी. हालांकि, अब यह प्रेस बंद हो चुकी है, लेकिन यह आज भी शिमला के इतिहास का हिस्सा है.
संविधान की हस्तलिखित प्रति भी है शिमला में मौजूद
संविधान की पहली कॉपी आज भी स्मृति के तौर पर इसी प्रेस में रखी गई है. अंग्रेजी में छपी इस प्रति में कुल 289 पृष्ठ हैं. शिमला के टूटीकंडी में स्थित गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की प्रेस में जहां अंग्रेजी प्रति रखी गई है, वहीं अंबेडकर चौक पर बने राज्य संग्रहालय में संविधान की हस्तलिखित हिंदी प्रति भी मौजूद है. इस प्रति को शांति निकेतन के मशहूर चित्रकार नंद लाल बोस ने तैयार किया था. 500 पृष्ठों वाली इस प्रति को बनाने में उन्हें चार साल लगे थे.
Shimla,Himachal Pradesh
January 25, 2025, 17:52 IST
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