क्या आप नौकरी कर रहे हैं? तो हाई ब्लड शुगर की चपेट आने का है खतरा, समझ लीजिए लक्षण, Alert होने का यही है माकूल समय
Desk Job Greater Risk of Diabetes: भारत तेजी से डायबिटीज के मामले में दुनिया की राजधानी बन गया है. फिलहाल 10 करोड़ से ज्यादा लोग डायबिटीज के शिकार हैं लेकिन इस संख्या में विस्फोट होने वाला है. चिंता की बात यह है कि ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं है कि उन्हें डायबिटीज है जबकि उनके शरीर में डायबिटीज अपना घर बना चुका होता है. कई अध्ययनों में यह बात सामने आ चुकी है कि जो लोग डेस्क वर्क करते हैं उन्हें हाई ब्लड शुगर का खतरा ज्यादा रहता है. हम सब जानते हैं कि डायबिटीज खराब लाइफस्टाइल से संबंधित एक क्रोनिक बीमारी है. यानी अगर एक बार शरीर में डायबिटीज हो गया तो फिर इसका खत्म होना मुश्किल हो जाता है. लेकिन अच्छी बात यह है कि अपना लाइफस्टाइल सुधार कर डायबिटीज को हम आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं. इन्ही सारी बातों पर न्यूज 18 ने मैक्स हेल्थकेयर गुड़गांव के डायबेटोलॉजिस्ट डॉ. पारस अग्रवाल से बात की.
क्या सच में डेस्क वर्क वालों को डायबिटीज का खतरा ज्यादा है
डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर के लिए मुख्य रूप से खराब लाइफस्टाइल जिम्मेदार है. जो लोग डेस्क वर्क करते हैं, वे ज्यादातर समय चेयर पर बैठकर काम करते हैं. जिनका काम रियल टाइम में करना होता है उन्हें घंटों कंप्यूटर पर बैठकर काम करना पड़ता है. जाहिर है इन स्थितियों में सिर्फ हाई ब्लड शुगर ही नहीं हाई ब्लड प्रेशर और अन्य बीमारियों का भी खतरा भी ज्यादा हो सकता है. अब सवाल है कि क्या नौकरी-पेशा वाले लोगों को डायबिटीज का खतरा ज्यादा है. डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि जो लोग घंटों एक ही पोजिशन में बैठकर काम करते हैं और कोई एक्सरसाइज भी नहीं करते तो निश्चित रूप से ऐसे व्यक्तियों को डायबिटीज का खतरा है. दूसरी ओर जो व्यक्ति बेशक डेस्क वर्क कर रहे हैं लेकिन नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं, समय पर सोते हैं, समय पर उठते हैं, खान-पान अच्छा है तो ऐसे व्यक्तियों में डायबिटीज का उतना जोखिम नहीं है. डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि किसी भी बीमारी से बचने के लिए यह जरूरी है कि आप अपने लाइफस्टाइल को किस तरह मैनेज करते हैं.
क्या करें कि डेस्क वर्क करते हुए शुगर न बढ़े
डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि अब तक जो बातें ज्ञात हैं उसके अनुसार खराब लाइफस्टाइल ही हाई ब्लड शुगर के लिए जिम्मेदार है. बेशक इसका सटीक कारण पता नहीं है लेकिन अगर शुगर थोड़ी भी बढ़ी है तो यह खराब लाइफस्टाइल से शुगर और बढ़ सकती है. इसलिए इसका आसान इलाज यही है कि आप अपने लाइफस्टाइल को ठीक करें. डेस्क वर्क करें लेकिन चेयर पर एक साथ आधा-एक घंटे से ज्यादा एक पोजिशन में न बैठें. चेयर से उठते रहें. हर घंटे या इससे कम समय पर चेयर से जरूर उठ जाएं. एक घंटे के बाद कम से कम 5 मिनट के लिए चेयर से उठ जाएं और शरीर में हरकतें करते रहें. ऑफिस में सीढियों का इस्तेमाल ज्यादा करें. चेयर पर भी हाथ को उपर उठाते रहें और पैरों को आगे-पीछे स्ट्रैच करते रहें. ऑफिस में जब भी मौका मिलें थोड़ा तेज वॉक करें.
ऑफिस के बाद करें ये काम
डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि ऑफिस के अलावा आपको अपना लाइफस्टाइल ठीक करना होगा. इसके लिए सबसे पहले खान-पान सही करें. अगर आपका खान-पान सही रहेगा तो कई बीमारियों से यूं ही बच जाएंगे. रोजाना हरी पत्तीदार सब्जियों और ताजे फलों का सेवन करें. भोजन में कोशिश करें कि चार में से तीन हिस्सा नेचुरल चीजें जैसे हरी सब्जी, साबुत अनाज, ताजे फल, मोटे अनाज आदि को शामिल करें. इसके बाद आप डेयरी प्रोडक्ट और फिश आदि का सेवन कर सकते हैं. एनिमल प्रोडक्ट का जितना कम सेवन करेंगे, फायदा मिलेगा. रेड मीट का ज्यादा सेवन न करें. डाइट के अलावा रात में जल्दी सोएं और सुबह जल्दी उठें. इसके बाद नियमित रूप से एक्सरसाइज और फिजिकल एक्टिविटी करते रहे. वॉकिंग, साइक्लिंग, स्विमिंग, रनिंग लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारियों से बचने का सबसे उत्तम तरीका है. इसके साथ ही सीजनल हरी सब्जियां, फ्रूट्स आदि का नियिमित सेवन करें. सिगरेट-शराब से दूर रहें. तनाव न लें. रात में पर्याप्त नींद लें.
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FIRST PUBLISHED : April 19, 2024, 09:46 IST