क्यों बर्बाद हो गई कंप्यूटर प्रोसेसर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी Intel? गिद्ध नजर लगाए बैठी क्वालकॉम


नई दिल्ली. दुनिया की दो दिग्गज टेक कंपनियां, क्वालकॉम (Qualcomm) और इन्टेल (Intel), एक हो सकती हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार क्वालकॉम, जो स्मार्टफोन चिप्स के लिए मशहूर है, अब PC प्रोसेसर मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए इन्टेल का अधिग्रहण करने की सोच रही है. इन्टेल कभी कंप्यूटर प्रोसेसर्स का बेताज बादशाह था, लेकिन वित्तीय संकट और कड़ी प्रतिस्पर्धा से जूझ रहा है. इस ख़बर ने टेक्नोलॉजी की दुनिया में हलचल मचा दी है. लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि इन्टेल जैसी बड़ी कंपनी को क्वालकॉम द्वारा टेकओवर किया जा सकता है.

द वॉल स्ट्रील जरनल (The Wall Street Journal) की एक रिपोर्ट के अनुसार, क्वालकॉम ने इन्टेल से इस बारे में बातचीत की है. हालांकि, यह सौदा अभी यह नहीं है और इसे पूरा होने में कई कानूनी बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है. फिलहाल, न तो क्वालकॉम और न ही इन्टेल ने इस संभावित अधिग्रहण पर कोई आधिकारिक टिप्पणी की है.

क्या हुआ इन्टेल के साथ?
इन्टेल के लिए हालात पिछले कुछ सालों में अच्छे नहीं रहे हैं. कंपनी ने हाल ही में $1.6 बिलियन (करीब 13,400 करोड़ रुपये) का नुकसान रिपोर्ट किया है और 10,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी की योजना बनाई है. इसके शेयरों की कीमत भी 60% तक गिर चुकी है, जिससे कंपनी की कुल वैल्यू $87 बिलियन (करीब 7.3 लाख करोड़ रुपये) पर आ गई है.

ऐपल के साथ छूटने का असर
2020 में इन्टेल को सबसे बड़ा झटका तब लगा, जब उसकी सबसे बड़ी ग्राहक ऐपल (Apple) ने अपने कंप्यूटरों के लिए इन्टेल प्रोसेसर का उपयोग बंद कर दिया. ऐपल ने अपने खुद के कस्टम-डिज़ाइन किए गए M-सीरीज चिप का इस्तेमाल शुरू किया, जो ARM आर्किटेक्चर पर आधारित हैं. इस कदम ने कंप्यूटर प्रोसेसर इंडस्ट्री में एक बड़ा बदलाव लाया और इन्टेल के लिए समस्याएं खड़ी कर दीं.

क्वालकॉम की योजना PC बाजार में विस्तार
सुपरस्पीड से चलने वाले स्नैपड्रैगन (Snapdragon) प्रोसेसर्स के लिए जानी जाने वाली कंपनी क्वालकॉम अब धीरे-धीरे PC बाजार में अपनी जगह बना रही है. हाल ही में, कंपनी ने स्नैपड्रैगन (Snapdragon) X Plus और स्नैपड्रैगन (Snapdragon) X Elite चिप लॉन्च किए हैं, जिन्हें AI क्षमताओं और परफॉर्मेंस के लिए खूब सराहा जा रहा है. अगर क्वालकॉम इन्टेल का अधिग्रहण करता है, तो उसे पर्सनल कंप्यूटर और सर्वर बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने से कोई रोक नहीं सकता.

इन्टेल की तुलना में, क्वालकॉम अपने चिप का निर्माण खुद नहीं करती. वह चिप बनाने के लिए ताईवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (Taiwan Semiconductor Manufacturing Company (TSMC)) और सैमसंग (Samsung) पर निर्भर है.

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) का जमाना शुरू हो चुका है. इस दुनिया में भी इन्टेल पिछड़ चुका है. ऐसा इसलिए, क्योंकि Nvidia के प्रोसेसर ने जनरेटिव AI में क्रांति ला दी है. Nvidia के प्रोसेसर इस समय AI मार्केट पर हावी हैं, और इन्टेल इस होड़ में पीछे छूट चुका है.

Qualcomm की शुरुआत और उभरता साम्राज्य
1985 में Qualcomm ने वायरलेस कम्युनिकेशंस और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में कदम रखा. कंपनी ने अपने Snapdragon प्रोसेसर्स के जरिए बहुत तेजी से पहनान बनाई. इसके प्रोसेसर अधिकांश एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स की जान हैं. स्मार्टफोन प्रोसेसर के क्षेत्र में तो इसका दबदबा है ही, अब इस कंपनी ने पर्सनल कंप्यूटर (PC) और सर्वर मार्केट में कदम रखा है. कंपनी ने Snapdragon X Plus और Snapdragon X Elite जैसे प्रोसेसर्स लॉन्च किए हैं, जिनकी खासियत उनकी AI क्षमता और परफॉर्मेंस है.

Intel की बात करें तो इसकी शुरुआत 1968 में हुई थी. इसने कंप्यूटर प्रोसेसर के क्षेत्र में एक नया युग शुरू किया था. इसके Core और Xeon प्रोसेसर आज कंप्यूटर, लैपटॉप और सर्वर की बुनियाद माने जाते हैं. एक समय था जब Intel का नाम प्रोसेसर्स की दुनिया में सबसे ऊपर था. लेकिन पिछले कुछ वर्षों में, कंपनी को चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. इसके साथ ही, AMD और Nvidia जैसी कंपनियों से भी Intel को कड़ा कंपीटिशन दिया है. खासतौर पर AI प्रोसेसिंग के क्षेत्र में Nvidia ने Intel को काफी पीछे छोड़ दिया. यही कारण है कि 2023 में Intel को $1.6 बिलियन (लगभग 13,400 करोड़ रुपये) का नुकसान उठाना पड़ा.

Tags: 5G Technology, Artificial Intelligence, Technology



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