खगड़िया जिले में प्लास्टिक मल्चिंग लगाकर किसान करेंगे बागवानी, पहले आओ पहले पाओ के आधार पर मिलेगा लाभ
बेगूसराय: किसानों के फसल के सफल उत्पादन में गिरावट को को लेकर अगर चर्चा की जाए तो किसानों का सीधा जवाब खरपतवार ही सामने आता है . किसान इसके नियंत्रण के लिए कई प्रकार की तकनीक को लगाते हैं. इसी कड़ी खुरपी या फिर राउंडऑफ जैसे विभिन्न कंपनियों के दवाइयां का इस्तेमाल करते हैं . जिससे जैसे तैसे खरपतवार तो नियंत्रित हो जाती है. लेकिन लागत काफ़ी बढ़ जाती है.
इसी कड़ी में जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के कारण भी जल स्तर गिरने के कारण मिट्टी भी अपनी नमी और उपजाऊ शक्ति खो रही है. ऐसी स्थिति में खेती करने के लिये ज्यादा पानी और खाद-बीज का खर्च आता है . जो किसानों की लागत काफ़ी ज्यादा बढ़ा देती है . ऐसे तमाम समस्याओं के निदान के लिए अगर आप अपने खेतों में प्लास्टिक मल्चिंग का प्रयोग करेंगे तो काफी हद तक इन समस्या से निजात पा सकते हैं . तो चलिए इस बारे में जानते हैं सरकारी योजनाओं का लाभ कैसे लेकर अपने खेतों में प्लास्टिक मल्चिंग लगाएं.
खगड़िया में 49 हेक्टेयर में होगी प्लास्टिक मल्चिंग तकनीक से खेती
खगड़िया जिला उद्यान पदाधिकारी रजनी सिन्हा ने बताया नए साल के वित्तीय वर्ष 2024_2025 में 49 हेक्टेयर में खगड़िया जिले में प्लास्टिक मल्चिंग से किसानों को खेती के लिए अनुदान दी जाएगी . पहले आओ पहले पाओ के आधार पर योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचेगी . किसान धीरज सिंह ने बताया खेत में मल्चिंग की मदद से मिट्टी की नमी कायम रहती है और पानी का वाष्पीकरण नहीं होता. इसके अलावा इससे मिट्टी का कटाव नहीं होता, मिट्टी में भुरभुरा और मुलायम बनी रहती है.मल्चिंग से खरपतवारों की संभावना कम कहती है और जड़ों की भी अच्छी बढ़वार होती है.
50% सब्सिडी का ऑफर
किसान रामसागर सिंह ने बताया 70 साल पहले तो प्लास्टिक मशीन जैसे कोई चीज नहीं हुआ . किसान धीरज ने बताया एक हेक्टेयर में 10000 तक खरपतवारों से निजात पाने में लागत खर्च सामने आता है. लेकिन अब प्लास्टिक मल्चिंग तकनीक सफल साबित हो रही है. प्लास्टिक मल्चिंग तकनीक को ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुंचाने के लिये बिहार सरकार ने 50% सब्सिडी का प्रावधान रखा है. यहां के किसान न्यूनतम 0.2 हेक्टेयर में इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं . प्रति हेक्टेयर कुल लागत का 50 फीसदी यानी 16 हजार रुपए अनुदान मिलेंगे.
FIRST PUBLISHED : May 19, 2024, 23:53 IST