खालिस्तान प्रेम में डूबे ट्रूडो! निज्जर कांड में न सबूत-न सुनवाई, अब 4 भारतीयों को फंसाने पर क्यों तुला कनाडा?


नई दिल्ली: कनाडा का खालिस्तान प्रेम खत्म ही नहीं हो रहा है. भारत से रिश्ते तल्ख हो गए, मगर ट्रूडो सरकार को अपने खालिस्तानी वोट बैंक की ही पड़ी है. निज्जर हत्याकांड में उसके पास सबूत है नहीं और अब वह प्रारंभिक सुनवाई का भी मौका नहीं दे रहा. जी हां, अब खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में कनाडा सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है. कनाडा सरकार ने निज्जर हत्याकांड के कथित आरोपी चार भारतीय नागरिकों के खिलाफ सीधे अभियोग अथवा मुकदमे चलाने का ऐलान है.

बिना शुरुआती सुनवाई के ही यह ट्रायल चलेगा. बीसी प्रॉसिक्यूशन सर्विस की मानें तो इसके चलते सरे प्रोविंसियल कोर्ट में सुनवाई से पहले की कार्यवाही रोक दी गई है और मामला अब सीधे सुप्रीम कोर्ट में जाएगा. जस्टिन ट्रूडो निज्जर हत्याकांड को दिल से लगा बैठे हैं. वह इस मसले के वोट बैंक के रूप में देख रहे हैं. वह इसके सहारे अपनी राजनीति चमकाने में लगे हैं.

कनाडा के इस फैसले का क्या मतलब?
इंडियन एक्स्प्रेस की खबर के मुताबिक, निज्जर हत्याकांड के कथित चारों आरोपियों पर सीधे अभियोग चलाने का मतलब है कि मामला बिना किसी प्रारंभिक सुनवाई के सीधे ट्रायल के लिए जाएगा. यह एक महत्वपूर्ण चरण को दरकिनार कर देता है, जहां आरोपी के बचाव पक्ष के वकील को अभियोजन पक्ष के गवाहों से जिरह करने और वास्तविक मुकदमे शुरू होने से पहले अपने मुवक्किल के खिलाफ मामले का पता लगाने का अवसर मिलेगा. मगर अब यह मामला सीधे ट्रायल में जाएगा.

रेयर केस में होता है यह फैसला
कनाडा के क्रिमिनल कोड के तहत, डायरेक्ट इंडिक्टमेंट यानी प्रत्यक्ष अभियोग एक स्पेशल पावर है, जिसका इस्तेमाल बहुत सोच-समझकर किया जाता है. यह अटॉर्नी जनरल की संवैधानिक जिम्मेदारी पर निर्भर करता है कि जो लोग मुकदमे के लायक हैं, उन पर वाकई मुकदमा चलाया जाए. इसे आम तौर पर जनहित के कुछ खास मामलों में ही लागू किया जाता है, जैसे कि जब गवाहों, उनके परिवारों, या मुखबिरों की सुरक्षा को लेकर उचित चिंता हो.

कौन हैं चार भारतीय?
आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में चार भारतीय नागरिक हैं- करण बरार, अमनदीप सिंह, कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह. इन चारों आरोपी भारतीय नागरिकों को 21 नवंबर को सरे की प्रांतीय अदालत में पेशी के लिए हाजिर होना था, मगर ऐन वक्त पर कार्यवाही को रद्द कर दिया गया और वे पेश नहीं हो सके. अब वे 11 फरवरी, 2025 को पेश होंगे. कनाडा के अफसरों की मानें तो अभी सुनवाई शुरू होने की कोई संभावित तारीख तय नहीं है. 18 जून 2023 को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के परिसर में निज्जर की हत्या के मामले में इस साल मई में गिरफ्तार किए गए चार लोगों के खिलाफ न्यायिक कार्यवाही में कोई खास प्रगति नहीं हुई है. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद से मामले की सुनवाई पांच बार टाली जा चुकी है. चारों पर निज्जर की हत्या और हत्या की साजिश रचने का आरोप है.

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