गाभिन गाय-भैंस के आहार में गलती से हो सकता है कई बीमारियों का खतरा, घट जाता है दूध, जानें तरीका- Adding milk to the diet of pregnant cows and buffaloes reduces the risk of many diseases, learn the right method.


बेगूसराय : देश में बहुत से किसान पशुपालक भाई गाय भैंस का पालन कर अच्छी आय कमा रहे हैं, लेकिन पशुओं को संतुलित आहार न देने की वजह से कई रोगों की समस्या आमतौर पर देखी जाती है. इन्हीं समस्याओं में से एक जो समस्या मुख्य रूप से सभी किसानों के साथ लगभग सामने आती है, वह है गर्भावस्था के दौरान विशेष ध्यान ना देना.

इसकी वजह से पशु जब बच्चा देती है तो दूध की मात्रा घट जाती है . जब दूध की मात्रा ही घट जाएगी तो किसानों को कितना नुकसान होगा इसका अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं. लिहाजा किसान भाइयों को चाहिए कि गर्भावस्था के दौरान पशुओं की विशेष देखभाल करें. हम हर रोज लोकल 18 पर किसानों से जुड़ी कई लाभकारी जानकारियां लेकर आते हैं. आज के स्टोरी में हम पशुओं के गाभिन गाय-भैंस को किस तरह का आहार दें? ब्याने के बाद कैसे ज्यादा देंगी दूध देगी? और नहीं ध्यान देने से क्या नुकसान सामने आ सकता है? आइए जानते हैं डॉ. विपिन कुमार से.

गाभिन गाय-भैंस को आखिरी के दो महीने में विदेश देखभाल की जरुरत
कृषि विज्ञान केन्द्र खोदावंदपुर के पशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विपिन कुमार ने लोकल 18 के जरिए किसानों को बताया गाय का गर्भ काल 9 महीने 9 दिन का होता है, जबकि भैसों का गर्भावस्था 10 महीने 10 दिन का. आखरी के दो तीन महीने के दौरान गर्भ में पल रहे बछड़े बहुत तेजी के साथ विकास करते हैं. इसलिए इस दौरान गाभिन गाय-भैंस को बहुत ही संतुलित आहार की जरूरत होती है. इन्होंने आगे बताया पशुओं को बच्चा देने से दो माह पूर्व दूध निकालना बंद कर देना चाहिए. ऐसा नहीं करने से बच्चा तो कमज़ोर हो ही सकता है. इसके अलावा दूध उत्पादन भी कम हो जाते हैं.

गाभिन गाय-भैंस का आखरी दो महीने भोजन पर विशेष ध्यान
पशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विपिन के मुताबिक पशुओं के चारा में विटामिन और मिनरल का आखरी 2 महीने में विशेष रुप से देना चाहिए. जबकि आखरी 3 सप्ताह से भूसा की मात्रा कम करते हुए दाना की मात्रा को 100 ग्राम प्रतिदिन बढ़ाना चाहिए. इसके अलावा इस दौरान मिनरल और कैल्शियम की मात्रा को 15 ग्राम से कम रखना चाहिए. ऐसा नहीं करने से बच्चा देने के बाद पशुओं में मिल्क फीवर की समस्या सामने आ जाती है. यदि आप अपने पशुओं का इस तरह से ख्याल रखेंगे तो ब्याने के बाद उनका दूध का उत्पादन भी अच्छा रहेगा.

FIRST PUBLISHED : August 28, 2024, 21:21 IST



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