गोपालगंज में वैज्ञानिकों की जांच में मानक से अधिक मात्रा में मिला यूरेनियम, कई टीमें कर रही रिसर्च


गोपालगंज. गोपालगंज शहर के विभिन्न इलाकों पानी की जांच में यूरेनियम की मात्रा मानक से अधिक मिली है. भूजल वैज्ञानिकों की जांच के बाद रिपोर्ट सामने आने पर लोगों की चिंता बढ़ गयी है. वहीं, अधिकारियों की टीम ने सरकार को इसकी रिपोर्ट भेजी है. जिला कृषि पदाधिकारी भूपेंद्र मणि त्रिपाठी की ओर से सरकार को भेजी गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि जादोपुर में ब्याहुत किराना स्टोर से लेकर जादोपुर रोड में भूजल स्त्रोत के नमूनों की जांच करायी गयी, जिसमें यूरेनियम की मात्रा 30 पीपीबी पायी गयी है.

डीएओ की ओर से संबंधित क्षेत्र के मिट्टी का नमूना संग्रहण कर यूरेनियम तत्व से संबंधित मात्रा का परीक्षण करने के लिए सुझाव दिया गया है. वहीं, पानी में यूरेनियम की मात्रा मानक से ज्यादा पाये जाने से मानव जीवन के लिए अत्यंत खतरनाक है. डॉक्टरों के अनुसार मानव स्वास्थ्य पर इससे बुरा प्रभाव पड़ रहा है. पानी में यूरेनियम की मात्रा ज्यादा होने पर कैंसर एवं किडनी की समस्या ज्यादा बढ़ सकती है. हालांकि गोपालगंज में इस पर अभी अध्ययन किया जा रहा है. यूरेनियम को लेकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, केंद्रीय भू-जल बोर्ड, कृषि विभाग समेत कई विभागों की टीमें रिसर्च कर रही हैं. मानव व पर्यावरण दोनों के लिए घातक.

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स्वास्थ्य विभाग के कैंसर रोग के इंचार्ज सह सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ शशि रंजन प्रसाद का कहना है कि पानी में मानक से अधिक मात्रा में यूरेनियम मिलने से न केवल मानव जाति, बल्कि पर्यावरण पर भी इसके घातक परिणाम देखे जा सकते हैं. यूरेनियम रेडियो एक्टिव तत्व है. पानी में इसकी मात्रा बढ़ना स्वास्थ्य के लिए घातक है. अब देखना है कि कैंसर के मरीजों की क्या स्थिति है? इस पर आगे काम किया जायेगा.

क्या कहते हैं अधिकारी
बिहार सरकार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग प्रधान सचिव पंकज कुमार के रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय भू-जल बोर्ड द्वारा दिसंबर-2021 में लखनऊ स्थित प्रयोगशाला में बिहार के गोपालगंज समेत अलग-अलग 10 जिलों के जलस्रोतों के जल नमूनों की जांच करायी गयी. जांच में यूरेनियम की मात्रा भारतीय मानक से अधिक पाना बताया गया है. कृषि विभाग के सचिव को इससे अवगत कराया गया है. वैज्ञानिकों की जांच रिपोर्ट के आधार पर सरकार मंथन कर रही है.

Tags: Gopalganj news, UP news



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