चमत्कारी पौधा है किलमोडा, यौन क्षमता बढ़ाने से लेकर इन बीमारियों में रामबाण


Agency:News18 Uttarakhand

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Kilmoda Plant Benefits : ये रक्त शुद्ध करने, पाचन सुधारने, इम्यूनिटी बढ़ाने, त्वचा रोगों का इलाज करने और जोड़ों के दर्द को कम करता है. हालांकि, इसका सेवन संतुलित मात्रा में और सही तरीके से ही करना चाहिए.

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जानें आयुर्वेद में किलमोड़ा के फायदे और औषधीय गुण 

हाइलाइट्स

  • किलमोडा एक बहुउपयोगी औषधीय पौधा है.
  • रक्त शुद्ध करने और पाचन सुधारने में मदद करता है.
  • किलमोडा यौन शक्ति और इम्यूनिटी बढ़ाता है.

ऋषिकेश. किलमोडा एक औषधीय पौधा है जो जंगलों, पहाड़ों और झाड़ियों के बीच पाया जाता है. इसका आयुर्वेद में विशेष स्थान है. किलमोडा में अनेक औषधीय गुण होते हैं जो इसे कई रोगों के उपचार में प्रभावी बनाते हैं. किलमोडा को त्वचा संबंधी समस्याओं, पाचन तंत्र के विकारों और शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए जाना जाता है. इसके पौधे को अंग्रेजी में Smilax कहते हैं. किलमोडा एक बहुउपयोगी औषधीय पौधा है, जो रक्त शुद्ध करने, पाचन सुधारने, इम्यूनिटी बढ़ाने और जोड़ों के दर्द कम करने में प्रभावी है.

किलमोडा के औषधीय गुण

लोकल 18 के साथ बातचीत में ऋषिकेश के ‘पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर’ के वनस्पति विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर दिनेश रावत कहते हैं कि किलमोडा यौन शक्ति को भी बढ़ाता है. हालांकि, इसका सेवन संतुलित मात्रा में और सही तरीके से करना चाहिए. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो शरीर को बाहरी संक्रमणों से बचाने में मदद करते हैं.

प्रमुख स्वास्थ्य लाभ

1. रक्त शुद्धिकरण

किलमोडा का सबसे जरूरी गुण इसका रक्त को शुद्ध करने की क्षमता है. ये रक्त में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे त्वचा पर चमक आती है और पिंपल्स, फोड़े-फुंसी जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है.

2. त्वचा रोगों का इलाज

किलमोडा में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो त्वचा संक्रमण, खुजली, दाद और सोरायसिस जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक हैं. इसका नियमित सेवन या लेप लगाने से त्वचा की सेहत में सुधार होता है.

3. पाचन में मदद

ये पाचन शक्ति को भी बढ़ाने में मदद करता है. कब्ज, एसिडिटी और गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है. इसके सेवन से आंतों की कार्यक्षमता बढ़ती है और भोजन का सही ढंग से पाचन होता है.

4. इम्यूनिटी मजबूत

किलमोडा में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और अन्य पोषक तत्व शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं, जिससे शरीर को सर्दी, खांसी और अन्य संक्रमणों से बचाया जा सकता है.

5. जोड़ों का दर्द

इसे जोड़ों के दर्द और गठिया जैसी समस्याओं के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं.

6. यौन स्वास्थ्य

किलमोडा को एक प्राकृतिक कामोद्दीपक (Aphrodisiac) माना जाता है, जो यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है. यह पुरुषों में शुक्राणु की संख्या और गुणवत्ता को बढ़ाने में सहायक होता है.

7. ऊर्जा और ताकत

ये शरीर में ऊर्जा स्तर को बढ़ाने और थकान को दूर करने में सहायक होता है. जो लोग कमजोरी और आलस्य महसूस करते हैं, उनके लिए किलमोडा एक बेहतरीन प्राकृतिक टॉनिक है.

8. मधुमेह में सहायक

किलमोडा ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को लाभ मिलता है. ये शरीर में इंसुलिन के प्रभाव को बढ़ाने में सहायक है.

9. हृदय स्वास्थ्य

ये कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है और हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है. नियमित रूप से इसका सेवन करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और हृदय रोगों का खतरा कम होता है.

सेवन के तरीके

किलमोडा का सेवन कई रूपों में किया जा सकता है. इसकी जड़ का चूर्ण पानी या शहद के साथ लिया जाता है. इसकी जड़ों और पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीने से स्वास्थ्य लाभ मिलता है. आयुर्वेदिक दवाओं में किलमोडा कैप्सूल के रूप में भी उपलब्ध है. त्वचा रोगों में इसका लेप प्रभावित स्थान पर लगाया जाता है.

साइड इफेक्ट्स

किलमोडा प्राकृतिक रूप से लाभकारी है, लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन कुछ लोगों को नुकसान भी पहुंचा सकता है. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसे बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए. अगर किसी को एलर्जी या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो किलमोडा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें.

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