चलती गाड़ी से कूड़ा फेंकते पकड़ा तो 10 हजार का जुर्माना, CCTV से निगरानी


देहरादून. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में नगर निगम अब खुले में कूड़ा फेंकने वालों पर सख्त रुख अपना रहा है. अब उन लोगों पर जुर्माना लगाया जाएगा, जो अपने घर से कूड़ा लाते हैं और चलती हुई गाड़ी से सड़क पर फेंक देते हैं. निगम सीसीटीवी से अब ऐसे लोगों पर नजर रखेगा. निगम आयुक्त ने कूड़ा-कचरा सड़क पर फेंकते हुए पकड़े जाने पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाने की बात कही है. कैफे-रेस्टोरेंट, सब्जी वालों से लेकर बल्क वेस्ट वाले काम करने वाले लोग रात के अंधेरे में या सुबह-सुबह गाड़ी में कूड़ा लाकर सड़क पर फेंक देते हैं, जिससे बड़ी मात्रा में कूड़ा हो जाता है और गंदगी होती है. बरसात के दिनों में यह कूड़ा सड़क और नालियों में जलभराव का कारण बनता है, इसलिए निगम सख्ती करता नजर आ रहा है. वहीं शहर में दुकान की साफ-सफाई कर कूड़ा दुकान के सामने सड़क पर फेंकने वालों पर भी कार्रवाई हो रही है. स्वच्छता के दृष्टिकोण से निगम ने दुकानों पर डस्टबिन रखने का निर्देश दिया है. ऐसा न करने पर सफाई के बाद जिन दुकानों के सामने कूड़ा मिलेगा, उनपर भी जुर्माना लगाया जाएगा.

देहरादून के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अविनाश खन्ना ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए कहा कि राजधानी को डस्टबिन फ्री सिटी बनाने के उद्देश्य से कूड़ेदानों को हटाकर कूड़ा गड़ियां लगाई गई हैं, जिससे डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन का काम हो रहा है. निगम कई प्रतिष्ठानों द्वारा बल्क वेस्ट और गंदा पानी फैलाने वालों के विरुद्ध लाखों की चालानी कार्रवाई भी कर चुका है. उन्होंने बताया कि हरिद्वार रोड पर एक पॉइंट पर हमने एक आदमी को गाड़ी से कूड़ा लाकर निस्तारित करते हुए पकड़ा. जिसके बाद उसका 10 हजार रुपये का चालान काटा गया.

सीसीटीवी से होगी निगरानी

उन्होंने आगे कहा कि ऐसे कई मामले होते हैं, जो पकड़ में नहीं आते इसीलिए देहरादून में कुछ इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. देहरादून स्मार्ट सिटी के तहत इन कैमरों को लगाया जाएगा. कूड़ा उठाने में तीन कंपनियां काम कर रही हैं. उनकी गाड़ियों की मॉनिटरिंग जीपीएस के माध्यम से की जाती है. वहीं दो वार्डों में संस्थाएं काम कर रही हैं. डॉ अविनाश ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन, फोन कॉल, व्हाट्सएप समेत नगर निगम की वेबसाइट पर मिली शिकायतों के बाद नगर निगम की टीम लगातार मोर्चे पर अड़कर काम कर रही है.

तीन माह में 6,62,000 रुपये का चालान

डॉ अविनाश खन्ना ने बताया कि पहले लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि कूड़ा खुले में न फेंका जाए लेकिन कई लोग नहीं मान रहे हैं, तो उनके खिलाफ चालानी कार्रवाई की जा रही है. 1 अप्रैल से 30 जून 2024 तक यानी 3 महीने में निगम ने 6,62,000 रुपये का जुर्माना वसूला गया है.

Tags: Dehradun news, Local18, Municipal Corporation, Uttarakhand news



Source link

x