छात्र एक..स्कूल दो..बहुत नाइंसाफी है! जमुई के छात्रों की करतूत ने छुड़ा दिए विभाग के पसीने, जानिए पूरा मामला


जमुई:- शिक्षा विभाग अक्सर अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में बना रहता है. लेकिन कभी-कभार स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी शिक्षा विभाग की नाक में दम कर देते हैं. कुछ ऐसा ही मामला बिहार के जमुई जिले में सामने आया है, जहां बच्चों का एडमिशन तो जमुई में है, लेकिन वह बच्चे सारण, रोहतास और मुजफ्फरपुर में पढ़ाई कर रहे हैं. अब शिक्षा विभाग ऐसे बच्चों को ढूंढने में लगा है और बच्चों की यह करतूत शिक्षा महकमे का पसीना उतार रही है. मामला जमुई जिले से जुड़ा हुआ है, जहां जिले में 9308 फर्जी नामांकित बच्चों की पहचान की गई है. सबसे मजेदार बात तो यह है कि जिन बच्चों का एडमिशन जमुई जिले में किया गया है, वह जमुई से 350 किलोमीटर दूर रोहतास में पाए गए हैं. इतना ही नहीं, जमुई के बच्चे समस्तीपुर, सारण, बेगूसराय और नालंदा जैसे जिले में भी मौजूद हैं. इसके बाद अब शिक्षा विभाग के अधिकारी आंकड़ों की समीक्षा में जुटे हुए हैं और ऐसे छात्रों की पहचान करने में लगे हुए हैं.

ई-शिक्षाकोष पोर्टल से हुआ खुलासा
इस पूरे मामले का खुलासा ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड किए गए आंकड़ों से हुआ है. जब शिक्षा विभाग ने ई-शिक्षाकोष पोर्टल के डाटा की समीक्षा की, तो इसमें यह पता चला कि जिले में 9308 छात्र ऐसे हैं, जिनका नामांकन दो विद्यालयों में है और वह योजनाओं का दोहरा लाभ ले रहे हैं. इनमें से कई बच्चे तो ऐसे हैं, जो जमुई से बाहर किसी अन्य जिलों में रहकर एक साथ दो स्कूलों में एडमिशन लेकर पढ़ाई कर रहे हैं. इसमें जमुई के सबसे ज्यादा बच्चे लखीसराय में नामांकित हैं. आंकड़ों में यह पता चला है कि लखीसराय में 113, बांका जिले में 39, बेगूसराय में एक, भागलपुर में तीन, पटना में तीन, खगड़िया में एक, नवादा में 61, समस्तीपुर, रोहतास तथा सारण में एक-एक और शेखपुरा में 10 बच्चे ऐसे नामांकित हैं, जिनका एडमिशन जमुई में भी है. इसके अलावा 4397 बच्चे ऐसे हैं, जो जमुई के ही अलग-अलग दो विद्यालयों में एडमिशन लेकर पढ़ाई कर रहे हैं.

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जमुई में सबसे अधिक फर्जी छात्र, एक्शन में विभाग
ई-शिक्षाकोष पोर्टल से यह पता चला है कि जमुई जिले में सबसे अधिक फर्जी बच्चे जमुई सदर प्रखंड में ही हैं. इसके बाद झाझा, चकाई और सिकंदरा में सबसे अधिक फर्जी बच्चे नामांकित हैं. विभाग के आंकड़ों की मानें, तो जमुई जिले के जमुई सदर प्रखंड में 1954, झाझा प्रखंड में 1402, चकाई प्रखंड में 1382, सिकंदरा प्रखंड में 992, खैरा प्रखंड में 932, सोनो प्रखंड में 886, अलीगंज प्रखंड में 728, लक्ष्मीपुर प्रखंड में 448, बरहट प्रखंड में 310 तथा गिद्धौर प्रखंड में 274 फर्जी नामांकित बच्चे हैं.

इस पूरे मामले पर जमुई जिला शिक्षा विभाग के प्राथमिक शिक्षा और समग्र शिक्षा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सीमा कुमारी का कहना है कि जिले के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि दोहरे नामांकन वाले बच्चों की पहचान कर ली गई है. इन बच्चों का नामांकन एक स्थान से हटा दिया जाए, ताकि दोहरे नामांकन की समस्या समाप्त हो सके. लेकिन जमुई में इतने बड़े पैमाने पर फर्जी नामांकन के आंकड़े सामने आने के बाद शिक्षा विभाग की नींद उड़ गई है.

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