‘छोटा भीम’ का ढोलकपुर भी कम है इस गांव की खूबसूरती के सामने, बगीचों में झूला लगाकर आराम फरमाते हैं लोग



3022119 HYP 0 FEATUREScreenshot 20230602 204820 'छोटा भीम' का ढोलकपुर भी कम है इस गांव की खूबसूरती के सामने, बगीचों में झूला लगाकर आराम फरमाते हैं लोग

आशीष कुमार/पश्चिम चम्पारण. छोटा भीम तो आप सब ने देखा ही होगा. राजू, चुटकी, कालिया, ढोलू भोलू, जग्गू और सबका हीरो भीम. जितना फेमस और दमदार इनका किरदार है, उतना ही खूबसूरत तथा हराभरा उनका गांव ढोलकपुर है. नदी के किनारे पेड़ की छांव तले गांववासी बैठकर चर्चा करते हुए अक्सर नजर आ जाया करते हैं. न कोई क्राइम न ही प्रदूषण.

पूरी तरह से प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर यह गांव भला किसको पसंद नहीं आता. आप सब को ऐसा लगता होगा कि यह सब सिर्फ रील लाइफ में ही देखने को मिलता है. रियल लाइफ में इतना खूबसूरत गांव कहां देखने को मिलेगा भला ! लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा ही एक खूबसूरत गांव बिहार के चम्पारण में भी है, जहां आने के बाद वक्त थम सा जाता है, अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं.

नौतन प्रखंड का धूमनगर पंचायत
बता दें कि पश्चिम चम्पारण जिले के नौतन प्रखंड का धूमनगर एक ऐसा गांव है, जो पूरी तरह से प्राकृतिक सुंदरता को अपने आप में समेटे हुए है. गांव के बीचों बीच हल्की लहरों के साथ बहने वाला एक बड़ा नहर है. कचहरी टोला वार्ड नंबर-13 के मुखिया पति भोला साह बताते हैं कि नहर का उद्गम वाल्मीकीनगर गंडक नदी से हुआ है. सैकड़ों किलोमीटर लंबी इस नहर की गहराई 30 से 35 फीट है.

कुछ वर्ष पहले तक यहां के किसान इसी नहर से खेतों की सिंचाई किया करते थे. आज यह नहर गांव की खूबसूरती में चार चांद लगाती है. न प्रदूषण न ही शोर शराबा. चारों तरफ से पेड़-पौधों से घिरे इस गांव की आबादी महज 1500 है.

धूमनगर पंचायत में है 18 वार्ड
मुखिया पति भोला के अनुसार यहां के अधिकांशतः लोग खेती कर जीविकोपार्जन करते हैं. खेती में आलू, मक्का एवं गेहूं मुख्य रूप से उपजाए जाते हैं. बेतिया नगर निगम से तकरीबन 4 किलोमीटर दूर दक्षिण दिशा में स्थित ग्राम पंचायत राज धूमनगर में कुल 18 वार्ड हैं.

इस पंचायत में जगह-जगह चौराहे बने हैं, जहां शाम को विशालकाय पीपल तथा बरगद के पेड़ के नीचे बैठ कर ग्रामवासी चर्चा किया करते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं, गांव में मौजूद आम के बागीचे में झूला डालकर, दुनिया की चिंता छोड़ खुले आसमान के नीचे ग्रामीण आराम फरमाया करते हैं.

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FIRST PUBLISHED : June 03, 2023, 19:22 IST



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