जालौर की यह संस्था दिखावा नहीं बल्कि निःस्वार्थ भाव से करती है गायों की सेवा, एंबुलेंस तक का है इंतजाम


सोनाली भाटी/जालौर: गौ रक्षा के बहाने हिंसा करने वालों की कई खबरें आपने पढ़ी और देखी होगी लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो दिल से गौ सेवा और गौ रक्षा करते हैं. ऐसे ही राजस्थान के जालौर के एक गौ रक्षा सेवा संस्थान ने गायों की सेवा का जिम्मा उठाया है. जालौर के गोल नींबड़ी से लेटा जीएसएस मार्ग पर गऊ रक्षा सेवा संस्थान की गौशाला है. संस्थान में बीमार गोवंश को 40 से 50 किमी के दायरे में लाने और ले जाने के लिए तीन एंबुलेंस की व्यवस्था है. यहां इन गोवंश का नि:शुल्क उपचार किया जाता है. इस बार इस भीषण गर्मी में गौशाला में गौवंश के लिए 6 कूलर भी लगाए गए हैं.

तेज धूप में गायें यहां बने शेड में लगे कूलर में रहती हैं. इसी तरह 6 पंखे भी लगाए गए हैं. गोवंश की सेवा का काम भामाशाहों के सहयोग से किया जा रहा है. लंपी महामारी में गौवंश की मौतों के सिलसिले के दौरान इस संगठन ने बिशनगढ़ रोड पर गौवंश रेस्क्यू सेंटर की शुरुआत की.

गौ रक्षा सेवा संस्थान की अपनी कोई जमीन नहीं है. ऐसे में एक भामाशाह ने गौ सेवा के लिए अपनी जमीन दी है. इस संस्थान के सचिव अर्जुन सुंदेशा ने लोकल 18 को बताया कि ‘गोवंश की सेवा का कार्य संगठन पिछले 14 सालों से कर रहा है. लंपी महामारी के दौरान सेवा कार्य में काफी लोगों ने रुचि दिखाई, जिसके बाद एक बड़ा समूह सेवा कार्य के लिए जुटा हुआ है।’

सोलर ऊर्जा से चल रहे कूलर, पंखे
यहां गोवंश की सेवा के लिए पूरा सिस्टम प्रकृति आधारित और जन सेवा की भावना पर निर्भर है. पंखे, कूलर और रात में रोशनी की व्यवस्था के लिए 6 केवी का सोलर लगा है. इधर, गोवंश के लिए चारे और पानी का प्रबंध गौ सेवक और आमजन कर रहे हैं. इस कार्य में जिले के अलग-अलग हिस्से से करीब 250 युवा जुटे हैं, जो नि:शुल्क सेवा दे रहे हैं. गौ सेवक इन गोवंश के लिए चारे, पानी और अन्य जरूरतों के लिए अपने स्तर पर और सामूहिक स्तर पर प्रयास कर रहे हैं.

FIRST PUBLISHED : June 30, 2024, 15:28 IST



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