जूनियर हॉकी एशिया कप में हिस्सा लेने के लिए भारतीय टीम ओमान हुई रवाना, 27 नवंबर को खेलेगी पहला मैच
भारतीय जूनियर हॉकी टीम जिन्होंने सुल्तान जोहोर कप में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था, वह ओमान की राजधानी मस्कट में होने जा रहे जूनियर एशिया कप में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार 22 नवंबर को वहां के लिए रवाना हो गई। इस टीम का मार्गदर्शन का जिम्मा पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता टीम का हिस्सा रहने वाले भारतीय हॉकी टीम के महान गोलकीपर पीआर श्रीजेश संभाल रहे हैं। टीम इंडिया ने पिछले साल हुए इस टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 2-1 से हराकर रिकॉर्ड चौथी बार खिताब को अपने नाम किया था, वहीं इस बार उनके ऊपर खिताब को बचाने की बड़ी जिम्मेदारी रहने वाली है।
टीम इंडिया को पूल-ए में मिली जगह
जूनियर एशिया कप का आगाज 26 नवंबर से हो रहा है जिसमें फाइनल मुकाबला 4 दिसंबर को खेला जाएगा। भारतीय टीम को पूल-ए में जगह मिली है जिसमें वह 27 नवंबर को अपना पहला मुकाबला थाईलैंड की टीम के खिलाफ खेलेगी। इसके बाद उन्हें अपने अगले 2 मैच जापान और चीनी ताइपे की टीम के खिलाफ 28 और 30 नवंबर को खेलने है, जबकि ग्रुप स्टेज का आखिरी मुकाबला भारतीय टीम एक दिसंबर को कोरिया की टीम के खिलाफ खेलेगी। वहीं पूल-बी की लेकर यदि बात की जाए तो उसमें पाकिस्तान, ओमान, चीन, बांग्लादेश और मलेशिया की टीम शामिल है। दोनों ही ग्रुप से बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली टॉप-2 टीमें सेमीफाइनल में अपनी जगह को पक्का करेंगी।
भारतीय कप्तान को खिताब फिर से जीतने का भरोसा
ओमान के लिए रवाना होने से पहले जूनियर एशिया कप की तैयारियों को लेकर भारतीय टीम की इस टूर्नामेंट में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल रहे आमिर अली ने कहा कि हम कड़ी तैयारी कर रहे हैं और आगे की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं। हम सभी इस टूर्नामेंट के महत्व को समझते हैं और हमारा ध्यान पहले मैच से ही अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर है ताकि फाइनल में अपनी जगह को आसानी से पक्का किया जा सके। बता दें कि भारत अब तक साल 2004, 2008, 2015 और 2024 में खिताब जीतकर टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम है।
(PTI INPUTS)
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