जेल में हो रहा था कैदियों के साथ जुल्म, कड़कड़ती ठंड में खोल देते थे खिड़की, एक मौत से हुआ खुलासा – Inhumane prison where prisoners get hypothermia as officers open windows as punishment


अमेरिका  जैसे देश में सामान्य लोगों के अधिकारों के लिए तो बहुत जागरूकता है ही. अपराधियों के साथ होने वाले अमानवीय बर्तावों के लिए भी अच्छी खासी संवेदनशलीता बरती जाती है.  यहां की जेलों में भी मानवाधिकारों को लेकर खास तरह का सतर्कता बरती जाती है. ऐसे में अगर किसी जेल में मानसिक तौर पर बीमार कैदियों को रखा जाए तो वहां होने वाली जरा सी भी गड़बड़ी सुर्खियों में आना तय लगता है. ऐसा ही कुछ वर्जीनिया प्रांत के मैरियन सुधार उपचार केंद्र को लेकर सामने आया है, जहां एक कैदी की मौत के बाद जांच में यहां के कैदियों के साथ होने वाले अमानवीय बर्ताव के चर्चे हैं.

मैरियन सुधार उपचार केंद्र में मानसिक रूप से अक्षम कैदी चार्ल्स गिवेंस की मौत की जांच के दौरान कुछ चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई थी. इसके बाद की गई जांच में एक पुलिस इन्वेस्टीगेटर “असहनीय” स्थितियों की शिकायत से हैरान रह गया. सुधार केंद्र में इतनी ठंड थी कि शौचालय का पानी बर्फ में बदल जाता था और कैदियों को कई बार हाइपोथर्मिया का इलाज करना पड़ा.

इस मामले की समीक्षा विशेष ग्रैंड जूरी ने की थी और किसी तरह का कोई आपराधिक आरोप नहीं लगाया गया था. लेकिन गिवेंस की बहन ने संघीय अदालत में कानूनी कार्रवाई की है. उनका दावा है कि 2022 में घातक रूप से पीटे जाने से पहले उनके भाई को ठंडे पानी की यातना सहित लगातार दुर्व्यवहार सहना पड़ा था.

Weird news, Weird prison, Inhuman jail, inhuman prison, correction centre, Marion Correctional Treatment Centre, Correctional Treatment Centre, virginia, omg, amazing news, shocking news, world, US,

मैरियन सुधार उपचार केंद्र में कैदियों को ठंड से समस्या के कुछ दूसरे कारण खोजे जाते रहे थे. (तस्वीर: Facebook)

मिरर यूएस की रिपोर्ट के अनुसार, उनका मुकदमा दक्षिण पश्चिम वर्जीनिया स्थित केंद्र के गंभीर हालात पर रोशनी डालता है, जिसकी ग्रैंड जूरी ने अमानवीय और निंदनीय के रूप में निंदा की. पता चला कि कैदियों को ठंड के मौसम के दौरान तीन वर्षों में हाइपोथर्मिया के लिए कम से कम 13 बार अस्पतालों में भर्ती कराया गया था. जबकि जेल के अंदर ठंड के तापमान के बारे में चिकित्सा कर्मचारी चिंताएं जताते रहते थे.

यह भी पढ़ें: खुल गया रहस्य, मिस्र के पिरामिडों तक कैसे पहुंची थीं भारी चट्टानें? राडार की तस्वीरों से हुआ खुलासा!

रिकॉर्ड से पता चलता है कि केंद्र के चिकित्सा कर्मचारी सोच रहे थे कि क्या कुछ कैदियों द्वारा हाइपोथर्मिया के लिए अस्पताल जाने के पीछे मनोविकार रोधी दवाएं हो सकती हैं. लेकिन बाहर के शीर्ष डॉक्टरों का मानना है कि ऐसे दुष्प्रभाव बहुत मुश्किल हैं और अस्पताल के मामलों की संख्या का बढ़ना खतरे का संकेत माना जाना चाहिए था.

Tags: Ajab Gajab news, Bizarre news, OMG News, Weird news



Source link

x