टाटा ग्रुप के जनक की कहानी: जेब में थे 21,000, शुरू किया ऐसा व्यापार, आज 29 कंपनियां और 24 लाख करोड़ का कारोबार

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8 facts about indian cars 2 टाटा ग्रुप के जनक की कहानी: जेब में थे 21,000, शुरू किया ऐसा व्यापार, आज 29 कंपनियां और 24 लाख करोड़ का कारोबार

Success Story: टाटा ग्रुप भारत का दिग्गज उद्योग घराना है. इस ब्रांड पर वर्षों से भारत के लोगों का अटूट विश्वास है. नमक से लेकर ट्रक बनाने वाले टाटा ग्रुप का इतिहास करीब 150 साल पुराना है. महज 21000 से शुरू हुआ टाटा समूह का कारोबार आज 24 लाख करोड़ तक पहुंच गया है. लेकिन, सफलता का यह सफर इतना आसान नहीं था. इसके पीछे एक शख्स की बड़ी भूमिका रही, जिन्होंने टाटा ग्रुप की नींव रखी.

टाटा ग्रुप के गॉडफादर जमशेदजी टाटा ने इस विशाल बिजनेस साम्राज्य की नींव रखी. गुजरात के नवसारी में जन्मे जमशेद जी टाटा ने 1870 के दशक में अपना बिजनेस शुरू किया. अपनी मेहनत से उन्होंने भारत में औद्योगिक क्रांति ला दी. उन्होंने ना सिर्फ बिजनेस बल्कि तकनीकी शिक्षा को भी बढ़ावा दिया. आइये जानते हैं आखिर कैसे उनकी मेहनत से टाटा ग्रुप का वर्षों से लोगों के दिलों पर राज कर रहा है.

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14 वर्ष की उम्र में पहुंचे मुंबई
जमशेदजी टाटा का जन्म और पालन-पोषण पारसी परिवार में हुआ था. उनका पुश्तैनी काम पुजारी का था, लेकिन उनके पिता नुसरवानजी टाटा ने बिजनेस में उतरने का फैसला किया. पारिवारिक परंपरा को तोड़ते हुए जब वे आगे बढ़े तो इसका प्रभाव युवा जमशेदजी पर हुआ. महज 14 वर्ष की उम्र में वे अपने पिता के साथ रहने के लिए बंबई चले गए और एलफिंस्टन कॉलेज में दाखिला लिया.

अंग्रेजों को दिया तगड़ा कॉम्पीटिशन
जमशेदजी बिजनेस में उस वक्त उतरे जब भारतीय लोग अंग्रेजों के शासन के चलते हताशा का अनुभव कर रहे थे. ऐसे समय में उन्होंने बिजनेस में उतरने का मन बनाया हालांकि, शुरुआत में उन्हें कुछ असफलताएं मिलीं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. इसके बाद 29 साल की उम्र में जमशेदजी ने 21,000 रुपये की पूंजी के साथ 1869 में बॉम्बे में एलेक्जेंड्रा मिल की स्थापना की. उनका यह फैसला टाटा ग्रुप के बिजनेस साम्राज्य की नींव बनी.

कर्मचारी कल्याण के लिए किए कई काम
जमशेदजी ने एम्प्रेस मिल्स में कर्मचारियों को भत्ते देने शुरू किए, जिससे टाटा ग्रुप की पहचान एम्पलाइ वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन के तौर पर हुई. जमशेदजी ने 1880 से लेकर 1904 में तक अपनी आखिरी सांस तक जमशेदजी ने टाटा ग्रुप को खड़ा कर दिया. शैक्षणिक संगठन से लेकर स्टील और मोटर इंडस्ट्री स्थापित कर दी थी.

आज की तारीख में टाटा ग्रुप 29 कंपनियों का संचालन करता है, जिनमें टीसीएस, टाटा मोटर्स, टाटा पावर, टाटा स्टील, टाइटन, तनिष्क, वोल्टास, टाटा केमिकल्स, टाटा कम्युनिकेशन, ट्रेंट और टाटा एलेक्सी शामिल है. इन सभी कंपनियों को मिलाकर टाटा ग्रुप कंपनियों का मार्केट कैप 311 बिलियन डॉलर यानी करीब 24 लाख करोड़ रुपये है.

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