टीम इंडिया की खास नेट प्रैक्टिस, ग्राउंट स्टाफ से की गई किस चीज की मांग, पिच पर बनवाई गई एक्स्ट्रा…


मुंबई. भारत के लिए मुंबई टेस्ट मैच बेहद खास होने वाला है. न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-2 से पिछड़कर घरेलू सीरीज गंवा चुकी भारतीय टीम के लिए मुकाबला लाज की लड़ाई है. बल्लेबाजों ने स्टीक गेंदबाजी कर रहे मेहमान टीम के गेंदबाजों खासकर स्पिनरों के खिलाफ बल्लेबाजों के प्रदर्शन सुधार के लिए जमकर पसीना बहाया. तीसरे टेस्ट में भी स्पिन की अनुकूल पिच होने की चर्चा है.

वानखेड़े स्टेडियम में नेट सेशन से पता चलता है कि शुक्रवार से शुरू हो रहे अंतिम टेस्ट से पहले टीम प्रबंधन कितना तत्पर है. विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे अनुभवी बल्लेबाज इस टेस्ट सीरीज में अब तक उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. तीसरे टेस्ट मैच से पहले भारतीय बल्लेबाज तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. इसके लिए ग्राउंड स्टाफ के खास मांग की गई.

ग्राउंड स्टाफ से हुई खास मांग
नेट सेशन से पहले उन्होंने ग्राउंट स्टाफ को चार प्रैक्टिस नेट पर एक्सट्रा सफेद लाइन खींचने के लिए कहा. ऐसा आम तौर पर इसलिए किया जाता है जिससे कि बल्लेबाजों को गेंद की लाइन और लेंथ की जानकारी रहे. बेंगलुरू में पहले टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों ने सटीक लाइन और उछाल लेती गेंदों के खिलाफ घुटने टेके जबकि पुणे में दूसरे मुकाबले में बाएं हाथ के स्पिनर मिशेल सेंटनर ने दो पारियों में 13 विकेट चटकाए.

पारंपरिक स्पिन के विपरीत भारतीय बल्लेबाजों के पास सेंटनर की गेंदों का कोई जवाब नहीं था. एमसीए स्टेडियम की पिच पर एक ही स्थान पर गिर रहीं थी लेकिन कुछ टर्न कर रहीं थी जबकि कुछ सीधी निकल रहीं थी. मुख्य कोच गौतम गंभीर चाहते हैं कि उनके बल्लेबाज अंतिम टेस्ट में बेहतर तैयारी के साथ उतरें.

भारत के सहायक कोच अभिषेक नायर ने अपने खिलाड़ियों की परेशानियों पर कहा कि स्पिनरों के हाथों पर करीबी नजर रखना महत्वपूर्ण है. नायर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘आपको यह समझने की जरूरत है कि जब कुछ गेंद टर्न ले रही हों और तो कुछ गेंद सीधी जा रही हों तो यह आपके दिमाग से खेलती हैं. इस समय बल्लेबाज के लिए यह समझना बेहद महत्वपूर्ण होता है कि गेंद हाथ से कैसे छूट रही है, कौन सी गेंद सीधी जाएगी और कौन सी अधिक स्पिन होगी.’’

Tags: Gautam gambhir, India vs new zealand, Rohit sharma



Source link

x