डोकलाम पर चीन की चालों को नाकाम करने के लिए भारतीय सेना का अभ्यास
Last Updated:
ARMY EXERCISE : अभ्यास इस लेहाज से भी अहम है क्योंकि हाल ही में चीन ने डोकलाम के पास अपनी गतिविधियां बढ़ाई, जिसके बाद भारतीय सेना ने भी उस इलाके में अपनी तैनाती को बढ़ाया था. सिलीगुड़ी कॉरिडोर से भारत की सीमा …और पढ़ें
ARMY EXERCISE : डोक्लाम पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए चीन 2017 के पहले से ही कोशिश कर रहा है. अब तो वह और आगे बढ़ गया है. चीन की कोशिश सिर्फ डोक्लाम पर कब्जा करने की नहीं बल्कि जामफेरी रिज तक पहुंचने की है. जहां से सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर नजर रखी जा सकती है. उसी कोशिश या साजिश को जमींदोज करने के लिए भारतीय सेना ने भी अपनी तैयारी कर रखी है. सेना के 33 कोर ने एक बड़ी लाइव फायरिंग का अभ्यास किया. पश्चिम बंगाल के सुकना स्थित सेना के 33 कोर को त्रिशक्ति कोर के नाम से जाना जाता है. इसके अधिकार क्षेत्र में नॉर्थ बंगाल और पूरा सिक्किम आता है. सिक्किम के उंचाई वाले इलाकों में जंग लड़ने और जीतने के मकसद से अपनी तैयारियों को धार दिया गया.
खूब बरसे मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर
लाइव फायरिंग के अभ्यास की तसवीरें सेना ने जारी की. एक के बाद एक पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर अपने निशाने की तरफ फायर हो रहे थे. 2020 के बाद से भारतीय सेना ने अपने मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर को पूरे LAC के करीब और डेप्थ एरिया में तैनात किया हुआ है. इस अभ्यास में रैपिड डिप्लॉयमेंट, बैटल रेडिनेस और सटीक मार करने का अभ्यास किया गया. जो यूनिट इस अभ्यास को अंजाम दे रही थी वह सिक्किम के हाई एल्टिट्यूड इलाके के लिए खुद को तैयार कर रही है. पिनाका के अलावा 90 किलोमीटर तक मार करने वाली रूसी स्मर्च भी पूर्वोत्तर के इलाके में तैनात है. हांलाकि रूस यूक्रेन की जंग के चलते स्मर्च के एम्यूनेशन का इस्तेमाल सेना खूब संभल कर कर रही है.
डोक्लाम में चीन की हर चाल की खबर
धीरे धीरे चीन अपनी तैयारियों को अमली जामा पहनाने में जुटा है. हाल ही में कुछ सैटेलाइट तस्वीरों में इस बात का खुलसा हुआ था कि चीन ने पिछले 8 साल में 22 गांव डोक्लाम के पास तैयार किए हैं. सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने साफ किया था कि चीन की हर गतिविधियों पर पैनी नजर है. सिलीगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकेन नेक के नाम से भी जाना जाता है, पश्चिम बंगाल का 60 किलोमीटर लंबा और 21 किलोमीटर चौड़ा जमीन का हिस्सा है. यह सामरिक रूप से बेहद अहम है. यह हिस्सा पूवोत्तर राज्यों को जमीन के रास्ते बाकी देश को जोड़ता है. पिछले कुछ समय में चीन ने डोक्लाम के पास अपनी गतिविधियां बढ़ाई है. सेना प्रमुख ने चीन की हरकतों पर कह चुके हैं कि चिकन नेक के पास भारतीय सेना का जमावड़ा तीन तरफ से है. पश्चिम बंगाल, सिक्कम और उत्तर पूर्व में तैनात सैनिकों की वजह से यह हमारा मजबूत पक्ष है. हम चीन की गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए हुए है. हमारी सेना किसी एक्शन या रियेक्शन के लिए पूरी तरह से तैयार है.
February 04, 2025, 23:01 IST