तालाब में करते हैं ‘पानी वाली खेती,’ 5 रुपये में बिकता है 1 पीस, होती है अच्छी कमाई


वैशाली: बिहार के वैशाली में इन दिनों किसान अलग-अलग फूल की खेती कर रहे हैं. वैशाली स्थित ऐतिहासिक पोखर अभिषेक पुष्कर्णी में किसान कई सालों से कमल फूल की खेती कर रहे हैं. वैशाली जिले के वैशाली गांव के रहने वाले हरेंद्र साहनी और अरविंद साहनी 15 सालों से अभिषेक पुष्कर्णी पोखर में कमल फूल की खेती कर रहे हैं. कमल फूल का बीज एक बार पोखर में फेंक देने के बाद 5 साल तक फूल की उपज होती है. दोनों भाई दिन रात इसी पोखर में काम करते हैं और देखरेख करते हैं कि कोई फूल को नुकसान न पहुंचा दे. कोई फूल तोड़कर ले ना जाए.

कमल फूल की डिमांड दुर्गा पूजा से लेकर छठ पूजा तक अधिक होती है. शादी विवाह में गाड़ी सजावट के काम में भी कमल का फूल का इस्तेमाल होता है. प्रतिदिन 1,000 से अधिक कमल फूल पोखर से तोड़ते हैं. बिहार के कई जिलों के व्यापारी यहां कमल का फूल खरीदने आते हैं. एक फूल की कीमत ₹5 है.

एक बार लगाने पर 5 साल मिलते रहते हैं फूल
हरेंद्र सहनी बताते हैं कि दोनों भाई 15 सालों से कमल फूल की खेती कर रहे हैं. कमल फूल एक ऐसा फूल है जो एक बार खेती कर दीजिए तो पांच सालों तक फूल उपज होता है. कमल फूल की डिमांड दुर्गा पूजा से छठपूजा तक अधिक होती है. एक फूल व्यापारी यहां से पांच रुपये पीस खरीद कर ले जाते हैं औऱ बिहार के प्रत्येक जिले में यहां से फूल ले जाते हैं. दूसरे भाई अरविंद साहनी बताते हैं कि कमल फूल की खेती दोनों लोग अभिषेक पुष्कर्णी में 15 सालों से कर रहे हैं. कमल फूल की सबसे अधिक डिमांड दुर्गा पूजा में होती है. उन्होंने बताया कि कमल की खेती के लिए दोनों लोग दिन-रात इसी पोखर के आसपास रहते हैं.

यदि आप भी खेतों में मिट्टी वाली खेती नहीं करना चाहते हैं या पहले से करते आ रहे हैं और कुछ नया करना चाहते हैं तो पानी के तालाब में कमल की खेती कर सकते हैं. तालाब बनवाने के लिए भी सरकार कई योजनाएं चलाती है. उनका लाभ लेकर तालाब बनवा सकते हैं औऱ फिर उसमें कमल की खेती कर सकते हैं.

FIRST PUBLISHED : October 7, 2024, 22:31 IST



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