तेज बुखार में भी जब नहीं मिली छुट्टी तो मजबूरी में काम पर पहुंची ये एक्ट्रेस, शूट किया था ये हिट गाना



तेज बुखार में भी जब नहीं मिली छुट्टी तो मजबूरी में काम पर पहुंची ये एक्ट्रेस, शूट किया था ये हिट गाना

एक्ट्रेस मीनाक्षी शेषाद्रि ने बताया है कि कैसे वह अपनी पहली फिल्म ‘पेंटर बाबू’ की शूटिंग के दौरान बेहोश हो गईं और उन्हें स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा. न्यूज18 शोशा से बात करते हुए मीनाक्षी ने यह भी याद किया कि हीरो के गाने ‘निंदिया से जागी बहार’ की शूटिंग के दौरान उन्हें तेज बुखार हो गया था.

बर्फ में शूटिंग के दौरान बेहोश हो गईं मीनाक्षी

मीनाक्षी ने कहा, “मुझे लगता है कि पहली फिल्म ‘पेंटर बाबू’ हम शिमला में बर्फ के बीच शूटिंग कर रहे थे. मैंने बॉबी में डिंपल कपाड़िया की तरह शॉर्ट्स और क्रॉप टॉप पहना हुआ था और हीरो स्वेटर और टोपी और दस्ताने की दो लेयर्स फुल कवर्ड था. मुझे इस बर्फीली ढलान पर लुढ़कना था. इतने सारे रीटेक हुए कि इसके आखिर में मैं बेहोश हो गई. मैं असल में होश खो बैठी थी क्योंकि मेरा शरीर इतना सुन्न हो गया था और हर कोई इतना डर गया था. उन्हें मुझे पूरे रास्ते स्ट्रेचर से ले जाना पड़ा जहां कारें खड़ी थीं. वहां किसी को स्ट्रेचर पर ले जाना काफी मुश्किल था.

मीनाक्षी को याद है कि हीरो की शूटिंग के दौरान उन्हें तेज बुखार था

मीनाक्षी को याद आई हीरो की शूटिंग, “हीरो में भी ऐसा ही हुआ था. मैं ऊटी में 104 डिग्री टेंपरेचर वाले ठंडे झरने के नीचे थी एक गाने की शूटिंग कर रही थी. मुझे नहीं पता कि मैंने यह कैसे किया क्योंकि मेरी हालत खराब थी और मेरी बीमारी के कारण सुभाष घई मुझे दो दिन से ज्यादा छुट्टी नहीं दे सकते थे. तीसरे दिन उन्हें शूटिंग करनी थी. हम एक शेड्यूल पर थे जिसे पूरा करना ही था.”

हीरो के बारे में

1983 में रिलीज हुई हीरो ने ना सिर्फ अपनी कहानी से बल्कि अपने म्यूजिक से भी दिल जीता. यह सुभाष घई के डायरेक्शन में बनी एक रोमांटिक एक्शन फिल्म थी. फिल्म में जैकी श्रॉफ और मीनाक्षी शेषाद्रि लीड रोल में थे. यह बॉक्स-ऑफिस पर हिट रही. इसे 1980 के दशक में तमिल और कन्नड़ में बनाया गया था और 2015 में इसी टाइटल के साथ बॉलीवुड में भी बनाया गया था.

मीनाक्षी का फिल्मी करियर

अपने 15 साल के करियर में मीनाक्षी ने कई फिल्मों में काम किया. 1980 के दशक में उन्होंने लव मैरिज, मेरा जवाब, आवारा बाप, मैं बलवान, सत्यमेव जयते, इनाम दस हजार, मुकद्दर का फैसला, औरत तेरी यही कहानी, गंगा जमुना सरस्वती, विजय, शहंशाह, बीस साल बाद जैसी फिल्मों में काम किया. 1990 के दशक में फैन्स ने उन्हें प्यार का कर्ज, घायल, आज का गुंडा राज, जुर्म, आपदाबंधवुडु, दामिनी, आदमी खिलोना है, तेरी पायल मेरे गीत में देखा. उन्हें आखिरी बार 1993 में आई फिल्म स्वामी विवेकानन्द में देखा गया था.



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