थाने को किया जा रहा था शिफ्ट, दीवार से निकली मां की मूर्ति, हर चमत्‍कार को पुलिस ने किया रोजनामचे में दर्ज


राजगढ़ (राहुल विजय) : राजगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 56 किमी दूर गांव मऊ में मां चामुंडेश्वरी शक्ति पीठ का बड़ा ही प्रसिद्ध व चमत्कारिक मंदिर है. दूर-दूर से यहां श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. मान्‍यता है कि यहां सभी मुरादें पूरी होती हैं. बताया जाता है कि सदियों पहले यहां सैनिक छावनी हुआ करती थी, जिसे बाद में थाने में तब्दील किया गया. इसी थाने को जब पास मे मौजूद सुठालिया शिफ्ट करना चाहा गया तो थाने की दीवार से मां की मूर्ति प्रकट हुई थी, इसीलिए माता को पुलिस वाली माता कहा जाता है.

थाने की दीवार से प्रकट हुईं मां जगदंबे के यहां सिपाही से लेकर आईपीएस भी अरदास लगाते हैं. वहीं पहले जो भी चमत्कार इस मन्दिर में हुए, उन्हें पुलिस ने रोजनामचा में चढ़ा रखा है. ये भी कहा जाता है कि मां के दर से कोई खाली हाथ नहीं जाता. यहां कोर्ट कचहरी व थाने के मामले में उलझे हुए भक्तों को मां सुलझा देती हैं.

1988 में जब शासन ने आदेश दिया कि सुठालिया, मऊ से बड़ा नगर है, इसीलिए थाने को अब यहां शिफ्ट किया जाए. जब शासन के आदेश के अनुसार, सुठालिया में थाने को शिफ्ट करने की कोशिश हुई तो एक बार थाने में खुद ही आग लग गई थी. जैसे-तैसे सुठालिया में थाना आ गया तो नई बिल्डिंग में दरारें आ गई. फिर वापस थाना मऊ चला गया. इसके बाद अभी नगर के थाने के पहले बकायदा महू सुठालिया थाना नाम लिखा हुआ है.

अंग्रेजों के समय की बिल्डिंग भी यहां बनी हुई है. मंदिर संचालन खुद पुलिस प्रशासन ही करता है. मंदिर के पुजारी राधेश्याम शर्मा के अनुसार, पहले थाने के समय जो घटनाएं हुई हैं, वो रोजनामचा में दर्ज हैं. पुलिस विभाग द्वारा यहां की देखरेख की जाती है. नवरात्रि के बाद यहां भंडारे का बड़ा आयोजन होता हैं.

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