दखल दीजिए सर… वक्फ बोर्ड बिल पर JPC में जमकर तकरार, स्पीकर से लगाई गुहार


Agency:भाषा

Last Updated:

वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी की बैठक में हंगामा, 10 विपक्षी सांसद एक दिन के लिए निलंबित. विपक्ष ने पाल पर मनमानी और नियम उल्लंघन का आरोप लगाया. 29 जनवरी 2025 को मसौदा रिपोर्ट स्वीकार हो सकती है.

दखल दीजिए सर... वक्फ बोर्ड बिल पर JPC में जमकर तकरार, स्पीकर से लगाई गुहार

वक्फ बिल पर जेपीसी की बैठक में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ. (Image:PTI)

हाइलाइट्स

  • जेपीसी बैठक में हंगामा, 10 विपक्षी सांसद निलंबित.
  • विपक्ष ने पाल पर मनमानी और नियम उल्लंघन का आरोप लगाया.
  • 29 जनवरी 2025 को मसौदा रिपोर्ट स्वीकार हो सकती है.

नई दिल्ली. वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार कर रही संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ और 10 विपक्षी सदस्यों को उनके आचरण के चलते समिति से एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया. विपक्षी सदस्यों ने पाल पर कार्यवाही को एक तमाशा बनाने, मनमानी करने तथा नियमों के उल्लंघन करने का आरोप लगाया तथा दावा किया कि वह सरकार के शीर्ष स्तर के निर्देश पर काम कर रहे हैं. विपक्ष के इन सांसदों के खिलाफ यह कार्यवाही ऐसे समय की गई जब समिति अब मसौदा रिपोर्ट को स्वीकार करने की दिशा में आगे बढ़ी है. सूत्रों का कहना है कि समिति 29 जनवरी, 2025 को मसौदा रिपोर्ट स्वीकार कर सकती है.

निलंबन के बाद विपक्ष के सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वह पाल को समिति की कार्यवाही पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संचालित करने के लिए निर्देशित करें तथा 27 जनवरी को प्रस्तावित समिति की अगली बैठक स्थगित की जाए. समिति की शुक्रवार को हुई बैठक में हंगामा हुआ और विपक्षी सदस्यों ने पाल पर नियमों का उल्लंघन और मनमानी करने का आरोप लगाया. वहीं, पाल ने कहा कि विपक्षी सांसदों बैठक को बाधित करने के उद्देश्य से हंगामा किया. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस नेता कल्याण बनर्जी पर अपशब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. पाल ने कहा कि उन्होंने बैठक को व्यवस्थित करने का प्रयास किया, इसे दो बार स्थगित किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.

भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे ने विपक्षी सदस्यों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे समिति ने स्वीकार कर लिया. निलंबित सदस्यों में कल्याण बनर्जी और नदीम-उल हक (तृणमूल कांग्रेस), मोहम्मद जावेद, इमरान मसूद और सैयद नासिर हुसैन (कांग्रेस), ए राजा और मोहम्मद अब्दुल्ला (द्रमुक), असदुद्दीन ओवैसी (एआईएमआईएम), मोहिबुल्लाह (सपा) और अरविंद सावंत (शिवसेना-यूबीटी) शामिल हैं. विपक्षी सदस्यों का निलंबन उस दिन हुआ जब मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर का एक प्रतिनिधिमंडल वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त समिति के समक्ष मसौदा कानून के बारे में अपनी चिंताओं को साझा करने के लिए उपस्थित हुआ.

दिल्ली चुनाव 2025: अरविंद केजरीवाल खुद को क्यों बता रहे जादूगर? मुफ्त बिजली पर कर दिया ऐसा ऐलान, BJP को घेरा

इन सांसदों के निलंबन के बाद विपक्षी सदस्यों ने बिरला को पत्र लिखा और एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने कहा कि ‘ऐसा कभी नहीं देखा गया कि जेपीसी से 10 विपक्षी सदस्यों को एकसाथ निलंबित कर दिया गया हो. संसद से विपक्षी सांसदों को निलंबित किया गया और अब वही प्रक्रिया समिति में देखने को मिली.’ उन्होंने दावा किया कि बिना पहले नोटिस दिए समिति की बैठकों की तिथि घोषित की जाती है. गोगोई ने कहा कि ‘ऐसा लगता है कि पहले से निर्धारित रूपरेखा पर अमल किया जा रहा है और संसदीय प्रक्रियाओं व नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है.’

homenation

दखल दीजिए सर… वक्फ बोर्ड बिल पर JPC में जमकर तकरार, स्पीकर से लगाई गुहार



Source link

x