दांतों को सफेद करने के लिए घर में बनाएं ये आयुर्वेदिक पाउडर, सुबह ब्रश करने में करें यूज, होंगे मजबूत भी
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आयुर्वेदिक पाउडर से दांतों को सफेद और मजबूत बना सकते हैं. यह दांतों की सफाई के साथ-साथ मसूड़ों को भी स्वस्थ बनाएंगे. मसूड़ों से खून आना या पायरिया की समस्या के लिए यह काफी फायदेमंद होगा.
हाइलाइट्स
- आयुर्वेदिक पाउडर से दांत सफेद और मजबूत बनाएं.
- त्रिफला, सेंधा नमक, बबूल की छाल, लौंग, दालचीनी, मुलेठी, फिटकरी का उपयोग करें.
- पाउडर से दांतों की सफाई और मसूड़ों की मजबूती मिलती है.
सफेद और हेल्दी दांत न केवल आपकी पर्सनैलिटी को निखारते हैं, बल्कि आपके हेल्दी होने के साइन भी माने जाते हैं. कई बार बाजार में मिलने वाले केमिकल वाले टूथपेस्ट दांतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे वे धीरे-धीरे पीले पड़ने लगते हैं और मसूड़े भी कमजोर होने लगते हैं. अगर आप दांतों को सफेद और मजबूत बनाना चाहते हैं, तो आयुर्वेद में बताए गए प्राकृतिक हर्बल पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं. आज हम आपको असरदार आयुर्वेदिक पाउडर के बारे में बताएंगे जो आपके दांतों को मजबूत बनाने में काम करेगा…
आयुर्वेदिक पाउडर बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
इस घरेलू पाउडर को बनाने के लिए आपको कुछ आसान आयुर्वेदिक सामग्रियों की जरूरत होगी, जो दांतों की सफाई के साथ-साथ मसूड़ों को भी स्वस्थ बनाएंगी.
सामग्री:
2 चम्मच त्रिफला पाउडर
1 चम्मच सेंधा नमक
1 चम्मच बबूल की छाल पाउडर
1 चम्मच लौंग पाउडर
1/2 चम्मच दालचीनी पाउडर
1 चम्मच मुलेठी पाउडर
1/2 चम्मच फिटकरी का पाउडर
आयुर्वेदिक पाउडर बनाने और इस्तेमाल करने की विधि
सभी सामग्रियों को एक साथ मिलाकर बारीक पीस लें. इसे एक सूखे और एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें. यह पाउडर कई हफ्तों तक खराब नहीं होगा, इसलिए इसे लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है. रोज सुबह ब्रश करने से पहले थोड़ा सा पाउडर लेकर उंगली या ब्रश की मदद से दांतों पर हल्के हाथों से मलें. लगभग 2-3 मिनट तक हल्के हाथों से मसूड़ों और दांतों पर मसाज करें. इसके बाद गुनगुने पानी से कुल्ला करें और फिर अपने सामान्य टूथपेस्ट से ब्रश करें.
आयुर्वेदिक पाउडर के फायदे
इसमें मौजूद त्रिफला और सेंधा नमक दांतों पर जमी गंदगी और प्लाक को हटाने में मदद करता है, जिससे वे सफेद और चमकदार बनते हैं. बबूल की छाल और मुलेठी मसूड़ों को मजबूती देती हैं, जिससे वे अधिक स्वस्थ और मजबूत बनते हैं. लौंग और दालचीनी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो मुंह की दुर्गंध को दूर करते हैं और सांसों को ताजा बनाए रखते हैं. इस पाउडर में मौजूद प्राकृतिक तत्व दांतों पर बैक्टीरिया की परत बनने से रोकते हैं, जिससे कैविटी और कीड़े लगने की समस्या नहीं होती. मसूड़ों से खून आना या पायरिया की समस्या होने पर फिटकरी और बबूल की छाल बहुत फायदेमंद होती हैं.
कुछ जरूरी टिप्स
इस आयुर्वेदिक पाउडर का इस्तेमाल हफ्ते में कम से कम 3-4 बार करें. गुनगुने पानी से कुल्ला करने से बेहतर रिजल्ट मिल सकते हैं. अगर आपके मसूड़ों में कोई संक्रमण है, तो इस पाउडर का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें. ज्यादा मीठा और एसिडिक फूड खाने से बचें, क्योंकि ये दांतों को कमजोर कर सकते हैं.
(Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी पर लिखी गई है.)
February 03, 2025, 15:27 IST