दिल्ली एयरपोर्ट पर कांड, महिला के बैग से निकली ‘गंदी चीज’, तभी आई आवाज- ऐसी महिलाओं को तो शर्म ही…!


अपने समाज में लोग अक्सर दूसरों के बारे में अपनी राय उस व्यक्ति के पहनावे और हावभाव को देखकर बनाने की कोशिश करते हैं. इस कोशिश में वे कई बार सफल भी होते हैं लेकिन कई दफा उनका अनुमान बिल्कुल गलत साबित होता है. गलत साबित होने पर भी लोग अपनी हरकत से बाज नहीं आते हैं. ऐसी स्थिति आपको देश के हर कोने में मिल जाएगी. ये लोग फाइव स्टार होटल से लेकर एयरपोर्ट तक हर जगह तुरंत किसी महिला के बारे में अपनी राय बयां कर देते हैं.

दरअसल, इस कहानी में दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई एक अजीब घटना की चर्चा हो रही है. वहां पर सेक्युरिटी क्लियरेंस ले रही एक महिला के साथ सुरक्षाकर्मी किस तरह पेश आए, उसका आंखों देखाहाल लिखा गया है. फाइनेशियल एक्सप्रेस वेबसाइट में एक रिपोर्टर ने एयरपोर्ट की इस घटना का आंखों देखाहाल बयां किया है.

इस रिपोर्ट में जिक्र किया गया है कि किस तरह से सुरक्षाकर्मियों की एक बेवकूफी भरी धारणा की वजह से एक महिला को बेहद शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा. लेखक बताती हैं कि महिला यात्रा सुरक्षा जांच करवा रही थी. तभी एक्सरे मशीन में महिला के बैग में कोई चीज होने की आशंका जताई गई. वहां पर तैनात सुरक्षाकर्मी उसे उस महिला के निजी अंगों से जुड़ी कोई खिलौना या चीज होने की आशंक जताने लगे. वे इसको लेकर आपस में बातें करने लगे. वे आपस में बोलने लगे कि ऐसी महिलाओं को तो अब शर्म भी नहीं आती. इससे महिला बेहद असहज हो गई. इस चक्कर में सुरक्षाकर्मियों ने महिला से उसका पूरा बैग खाली करवा लिया. महिला को पल भर के लिए कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि उसके साथ यह क्या हो रहा है. उसका पूरा बिखेर दिया गया. फिर देखा गया बैग में एक मामूली चीज थी. इसको लेकर सुरक्षाकर्मी अपने गंदे दिमाग में एक बेहद ‘गंदी चीज’ होने की धारणा बना चुके थे.

बेहद शर्मिंदा हुई महिला
फाइनेशियल एक्सप्रेस की इस रिपोर्ट में घटना को बखूबी बयां किया गया है. लेखक ने इसके जरिए यह बताने की कोशिश की हैं कि हमारा समाज किसी व्यक्ति खासकर एक महिला के खिलाफ कितना जजमेंटल है. यह कितना बुरा सोचता है. लेखक आगे लिखती हैं कि उन्होंने इस पूरी घटना को अपनी आंखों से देखा. एक पल के लिए वह उस महिला की सहायता करना भी चाही. लेकिन, संकोचवश वह खुद ऐसा नहीं कर पाईं. थोड़ी देर बाद वह फिर आगे बढ़ीं, लेकिन तब तक महिला तेजी से अपना समान समेटते हुए आगे बढ़ चुकी थी.

लेखन ने यह बताते की कोशिश की है कि हमारा समाज आज भी एक महिला को लेकर कितना गंदा सोचता है. दिल्ली एयरपोर्ट जैसी जगह, जहां लाखों की संख्या में देश-विदेश से यात्री आते हैं. यहां दुनिया के कोने-कोने से यात्री आते हैं. फिर भी वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों और अन्य लोगों के दिमाग में बैठी गंदगी कम नहीं हुई है. एयरपोर्पट का यह हाल है तो फिर आम जगहों पर महिलाओं को लेकर क्या-क्या सोचा जाता होगा.

Tags: New Delhi Airport



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