दिल्ली के इस मंदिर में बना लें घरौंदा, तो सालभर में अपने फ्लैट के होंगे मालिक, गजब है यहां की कहानी!
रिया पांडे/दिल्लीः हर किसी का सपना होता है, कि दिल्ली में अपना आशियाना हो. खासकर जो लोग बाहर से आकर दिल्ली में रहते हैं तो वह जरूर सोचते होंगे कि उनका अपना खुद का घर दिल्ली में हो. अगर आपने भी यह सपना देखा है, तो यह सपना पूरा भी हो सकता है. क्योंकि आज हम आपको दिल्ली के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे. मान्यता ऐसी है कि इस मंदिर में ईंट और पत्थर से छोटा सा घरौंदा बनाने पर खुद का घर बहुत जल्दी बन जाएगा. आखिरकार यह मंदिर कौन सा है और कहां है. आइए विस्तार से जानते हैं.
दरअसल, यह मंदिर राजधानी दिल्ली के अलीपुर इलाके में स्थित है, जिसका नाम खाटू श्याम दिल्ली धाम है. इस मंदिर के पुजारी बृजेश पांडे ने Local18 की टीम से बात करते हुए कहा 22 मार्च 2022 को इस मंदिर की स्थापना हुई थी. तभी से इस मंदिर का कार्यभार संभाल रहा हूं. वहीं पंडित ने आगे कहा यह खाटू श्याम मंदिर भक्तों के बीच काफी प्रसिद्ध है. यहां लोग दूर-दूर से बाबा के दर्शन करने के लिए आते हैं.
कैसे बनाएं अपना घर?
जब उनसे Local18 की टीम ने पूछा कि घर बनने के पीछे की सच्चाई क्या है. तो उन्होंने कहा अगर कोई भी भक्त सच्चे दिल से इस मंदिर में बाबा से मन्नत मांगता है और एक नारियल लेकर लाल कपड़े में मंदिर में बांध देता है. उसके बाद वह मंदिर के पीछे ईंट से छोटा सा घर बनाता है, तो उसका अपना घर बहुत जल्दी ही बन जाता है. ऐसा बहुत से भक्तों के साथ हुआ भी है, वहीं जिन भक्तों का घर बन जाता है, तो वह वापस आकर उस नारियल को खोल देता है और बाबा को अपने तरफ से कुछ भेंट चढ़ाकर जाता है.
इन बातों का रखें ध्यान
मंदिर के पुजारी ने कहा यहां पर घर बनाते समय ध्यान रखें कि जो पहले से ईंट के घर बने हैं, तो आप उस घर के ईंट को तोड़कर वापस से इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. आपके आसपास की गिरी हुई सिंगल ईंट का इस्तेमाल करना होगा.
जानें टाइम – लोकेशन
खाटू श्याम मंदिर के टाइमिंग की बात करें, तो सुबह 5:30 बजे से लेकर रात 9:00 बजे तक खुला रहता है. इसका नजदीकी मेट्रो स्टेशन की बात करें, तो जहांगीरपुरी मेट्रो स्टेशन है. वहीं आप मेट्रो से निकलने के बाद कोई भी रिक्शा लेकर आप मंदिर जा सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : May 10, 2024, 13:35 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.